हिसार,
जब से प्रदेश में भाजपा सत्ता में आई है उसने केवल गौमाता के नाम पर राजनीति ढकोसला करने के अलावा कुछ नही किया, असल में बीजेपी के शासनकाल में गाय की हालत पहले से और ज्यादा खराब हो गई है। जेजेपी के वरिष्ठ नेता और हिसार से सांसद दुष्यंत चौटाला ने मकर संक्रान्ति के दिन हिसार जिले के गांव कैमरी, सिवानी बोलान व कापड़ो की गऊशालाओं में जाकर गौमाता का आशीर्वाद लिया। गौरतलब है कि सांसद चौटाला हर वर्ष मकरसंक्रान्ति के दिन गौशाला में जाते रहे है, इसके अलावा भी समय—समय पर क्षेत्र की विभिन्न गऊशालाओं में जाते रहते है। वे अपनी सांसद निधि से अब तक लगभग एक करोड़ से ज्यादा की राशी गऊशालाओं के लिये जारी कर चुके है। इसके अलावा जब हिसार में पशु बाड़ा बनाने की बात आई तो
नगर निगम की बैठक में सबसे पहले अपनी सांसद निधि से 25 लाख रुपये दिए थे।
सांसद दुष्यंत चौटाला ने कहा कि गौसेवा से आत्मिक सन्तुष्टि मिलती है और जो लोग या संस्थाए गौशाला चला रही है वे वास्तव में सराहनीय कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने आज तक गौशाला के लिये एक धेला तक नही दिया उल्टा प्रदेश सरकार के मुखिया गाय के लिये 40 पैसे प्रति गाय देने को काफी ज्यादा बताकर जख्मो पर नमक छिड़कने का काम कर रहे है। उन्होंने कहा कि सरकार ने गौसेवा आयोग का गठन तो कर दिया परन्तु वह भी सफेद हाथी बनकर रह गया है। हालात यह है कि आज गाय सड़को पर दर दर की ठोकरे खाने को मजबूर है, दूसरा इनकी वजह से राहगीरो की जाने भी जा रही है। सांसद ने सरकार को चेताते हुए कहा कि या तो सरकार इनकी सुद ले ले अन्यथा गऊ माता के श्राप से बचना असम्भव हो जाएगा।
इस मौके पर विधायक अनूप धानक, जेजेपी के प्रदेश संगठन सचिव राजेन्द्र लितानी, होशियार सिंह, सजन लावट, अमित बूरा, एडवोकेट मनदीप बिश्नोई, एडवोकेट रामलाल विमल, वेद अरोड़ा, यज्ञदत्त सेहतिया, राजेन्द्र चुटानी, सरपंच भरत सिंह, सुनील बूरा, मास्टर गुलाब सिंह खेदड़ सहित बहुत से स्थानीय लोग और गौशाला सेवा समिति के पदाधिकारी उपस्थित थे।