फतेहाबाद

महिला अधिकारी बैठी पुलिस के खिलाफ आमरण अनशन पर, बार एसोसिएशन ने दिया समर्थन

फतेहाबाद (साहिल रुखाया)
बाल श्रम या बाल विवाह जैसे अपराधों को लेकर कार्रवाई करने वाली महिला एवं बाल संरक्षण अधिकारी रेखा अग्रवाल को आज अपना दो माह का बच्चा और पूरे परिवार को लेकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ लघु सचिवालय के बाहर आमरण अनशन पर बैठना पड़ा। धरने को बार एसोसिएशन प्रधान विनय शर्मा व अन्य वकीलों ने भी अपना समर्थन दिया। इतना ही नहीं रेखा अग्रवाल के पति मनोहर अग्रवाल एडवोकेट ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ कई बड़े आरोप लगाए।

इस घटनाक्रम से एक बात तो साफ है कि जब अधिकारी और वकील को अपनी समस्या पर सुनवाई न होने पर यह कदम उठाना पड़ा तो आम जनता पर क्या गुजरती है, यह विचारनीय है। धरना देने वाले मनोहर अग्रवाल ने बताया कि 2017 में उनके घर से 35 तोले सोने के गहने, 4 तोले चांदी, 2 लाख 27 हजार का कैश चोरी हो गया। उनका आरोप है कि पुलिस आईओ औम प्रकाश ने गहने और नगदी रिकवर कर लिए, मगर मात्र 11 तोले सोना और 500 रुपये कैश की रिकवरी दिखाई, बाकी सामान अवैध रूप से अपने पास रख लिया। जिसको लेकर उन्होंने एसपी को शिकायत दी, कई बार उन्हें मिले और डीएसपी से 70 बार से ज्यादा बार मिले, मगर कार्रवाई नहीं हुई।

एडवोकेट मनोहर अग्रवाल ने आरोप लगाया कि चोरों के द्वारा चोरी का सामान फतेहाबाद के दो सुनारों को बेचा गया था, लेकिन पुलिस ने मिलीभगत करके उन सुनारों पर कोई कार्यवाई नहीं की और उन्हें जांच से बाहर निकाल दिया। इसी मामले को लेकर पूरे परिवार सहित धरना दिया, धरने में रेखा अग्रवाल भी 2 माह के बच्चे के साथ उपस्थित रहीं।

इस मामले में केस की जांच करने वाले आईओ ओम प्रकाश ने बताया कि उसके द्वारा पूरी रिकवरी की गई है। जो भी आरोप उस पर लगाए गए हैं वह निराधार हैं। ओम प्रकाश ने कहा कि दबाव बनाने के लिए इस प्रकार का धरना एडवोकेट और उनकी धर्मपत्नी महिला अधिकारी द्वारा दिया जा रहा है। इस मामले की जांच डीएसपी फतेहाबाद कर रहे हैं और उन्होंने अपना पक्ष इस मामले में रख दिया है।

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