हिसार,
होली के अवसर पर मौसम के परिवर्तनशील रहने की संभावना हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विभाग ने जताई है। विभाग प्रमुख डा.एमएल खिचड़ के अनुसार 19 और 20 मार्च को बादल छाने और कहीं—कहीं बूंदाबांदी होने की संभावना है। इस दौरान अधिकतम तापमान 24 से 27 डिग्री व न्यूनतम तापमान 12 से 15 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। हवा में आद्रता 60 से 80 प्रतिशत तथ हवा चलने की गति 6 से 11 किलोमीटर प्रति घंटा रहने की संभावना है।
क्या करे किसान
किसानों को परिवर्तनशील मौसम में काफी सतर्कता बरतनी चाहिए। ऐसा मौसम फसलों में कई प्रकार की कीट पैदा करता है। ऐसे में किसानों को हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा सिफारिश की गई कीटनाशक दवाईयों का उनके द्वारा बताई गई मात्रा के अनुसार ही प्रयोग करना चाहिए। दुकानदार या अपने अंदाजे से कभी भी कीटनाशक का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
गेहूं
गेहूं के खेतों में किसानों को अवश्यकतानुसार 18 मार्च तक सिंचाई करनी चाहिए। जहां पर गेहूं में चेपा का प्रकोप हो वहां पर किसानों को 400 मि.ली. मेलाथियान का 250 लटर पानी में घोल तैयार करके प्रति एकड़ मौसम साफ होने के बाद छिड़काव करना चाहिए।
सरसों
परिवर्तनशील मौसम में सरसों में चेपा का प्रकोप बढ़ सकता है। ऐसे में किसानों को 250 से 400 मि.ली. आक्सीडेमेटों मिथाइल25ई.सी., 50मि.ली.डीएमेथोएटे 30ई.सी. का 250 से 400 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति एकड़ छिड़काव करना चाहिए।
चना
चने में इस मौसम में फली छेदक कीट का प्रकोप हो सकता है। ऐसे में किसानों को 150 मि.ली. नोबालुरॉन10ई.सी. का 250 लीटर पानी में घोल मिलाकर प्रति एकड़ छिड़काव करना चाहिए।
पशु देखभाल
मौसम परिवर्तनशाील रहने की संभावना को देखते हुए दुधारु पशुओं को छप्पर के नीचे ही बांधे। पशुओं के स्वास्थ्य व दुग्ध उत्पादन के लिए हरा चारा, बरसीम आदि के साथ 50 ग्राम नमक तथा 50 से 100 ग्राम खनिज मिश्रण पशुओं को अवश्य दे।
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