उकलाना (ईश्वर धर्रा)
बुधवार सांय तेज अंधड़ आने के बाद गांव बिठमड़ा के खेतों में लगी आग से दस एकड़ में खड़ी गेहूं की फसल जलकर नष्ट हो गई। बेबस किसान फायर बिग्रेड की इंतजार करते रहे लेकिन फायरमैन व चालक न होने के कारण फायर बिग्रेड नहीं आ सकी। किसानों ने प्रशासन को 24 घंटे में फायर बिग्रेड स्टाफ नियुक्त करने की चेतावनी दी है। किसानों ने कहा है कि अगर प्रशासन ने उनकी मांग न मानी तो पूरे क्षेत्र के किसान आंदोलन करने को मजबूर हो जायेंगे।
वीरवार सुबह उकलाना के नायब तहसीलदार प्रभावित खेतों में गए और फसल के नुकसान की रिपोर्ट तैयार की। कांग्रेस के पूर्व विधायक नरेश सेलवाल ने उकलाना क्षेत्र में इस तरह हो रही आगजनी की घटनाओं के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। सेलवाल ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने 36 लाख की लागत से उकलाना में एक दमकल की गाड़ी मुहैया करवाई थी परंतु भाजपा ने सत्ता में आते ही इस दमकल के वाहन पर तैनात चालक व सभी फायरमैन हटा दिए और चार वर्ष से यह गाडी बेकार खड़ी है।
पूर्व विधायक ने कहा इससे पहले भी आगजनी की घटना होने से कलरभैणी के निकट एक कारखाने में आठ श्रमिकों की व गांव भेरीअकबरपुर के एक घर के छह सदस्यों की मौत हो चुकी है। खेतों में आगजनी से सैंकड़ों एकड़ में खड़ी फसलें नष्ट हो चुकी है परंतु सरकार दमकल की गाड़ी पर स्टाफ ही तैनात नहीं कर रही। उन्होंने कहा कि अगर दमकल पर स्टाफ होता तो नुकसान को कम किया जा सकता था।
कामरेड दयानंद डूल्ट, कामरेड रामफल सेलवाल व किसान नेता अमीसिंह ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर 24 घंटे में दमकल वाहन पर स्टाफ तैनात नहीं किया तो पूरे क्षेत्र में आंदोलन किया जाएगा। इन नेताओं ने फसल नष्ट होने से प्रभावित किसानों को तुरन्त मुआवजा देने की भी मांग की है।