हिसार,
नागरिक अस्पताल में महिला का पोस्टमार्टम करवाने आए दो गुटों में जमकर मारपीट हुई। इस मामले में 8—10 लोगों को चोट लगी। सभी को नागरिक अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। बताया जा रहा है कि इस दौरान एक पूर्व विधायक के बेटे को भी एक गुट ने घेर लिया, उसे बड़ी मुश्किल से लोगों ने झगड़े से बाहर निकाला।
ढ़ाणी पाल से आए लड़की पक्ष का आरोप है कि उनकी बेटी ज्योति का विवाह 22 नवंबर 2015 में बड़वा निवासी जोगिंद्र से हुई थी। ज्योति को विवाह के बाद उसकी सास तंग करती थी। उसके साथ मारपीट भी की जाती थी। इस समय ज्योति गर्भवती थी और उसके एक करीब 18 महीने का लड़का भी है। सास की प्रतड़ना से तंग आकर ज्योति ने 3 दिन पहले जहर का सेवन कर लिया और उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। वे अब अपनी बेटी का दाह संस्कार अपने गांव में करना चाहते है लेकिन लड़का पक्ष इसमें अड़चन पैदा कर रहा है। इसी को लेकर कहासुनी होने के बाद दोनों गुटों में झगड़ा हो गया।
वहीं लड़की के ससुर ओमप्रकाश ने बताया कि घरेलु विवाद के चलते उसके बेटे के बहु ने 3 दिन पहले घर में जहर पी लिया। इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद लड़की पक्ष ने अंतिम संस्कार अपने गांव ढ़ाणी पाल में करवाने की बात कही। इस पर उन्होंने भी अंतिम संस्कार में शामिल होने की बात कही तो इस पर ढ़ाणी पाल से आए करीब 100 युवकों ने अचानक लाठियों और डंडों से उन पर हमला बोल दिया। इसमें करीब 8—10 लोगों को चोट आई है।
पंचायती तौर पर आए महेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि लड़की पक्ष पंचायत में ही असमाजिक तत्वों को बुला लाए। उन्होंने पहले तो मृतका के पति जोगिंद्र की जमकर पिटाई की। इसके बाद जब पंचायती लोग उसे बचाने गए तो उन पर लाठी—डंड़े बरसा दिए। इस हमले में लड़का पक्ष के करीब 8—10 लोगों को चोट लगी है। 4 घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है। उन्होंने कहा कि मौके पर मौजुद पुलिसकर्मियों ने असमाजिक तत्वों को खदेड़ने की भी कोशिश की, लेकिन वे पुलिस कर्मियों को भी मारने को दौड़े। इसके बाद पुलिस बल को मौके पर बुलाया गया तो हमलावर मौके से भाग खड़े हुए।