नई दिल्ली,
नए केन्द्रीय मंत्रिमंडल की पहली बैठक में किसानों, पशुओं और छोटे व्यापारियों को लेकर कुल चार बड़े फैसले किए गए। पहला- किसानों के लिए पेंशन योजना की शुरुआत की गई, दूसरा- पीएम किसान सम्मान योजना का दायरा बढ़ाया गया, तीसरा- पशुओं को बीमारी से निजात दिलाने के लिए टीकाकरण और चौथा- सेल्फ एम्प्लॉयड (जिनका सालाना टर्न ओवर 1.5 करोड़ से कम है) को पेंशन का निर्णय लिया गया है। कैबिनेट की बैठक खत्म होने के बाद सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और नरेंद्र सिंह तोमर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ये जानकारी दी है।
प्रधानमंत्री किसान पेंशन योजना
यह योजना देश भर के सभी छोटे और सीमांत किसानों के लिए स्वैच्छिक और अंशदायी पेंशन योजना है। सरकार पहले चरण में 5 करोड़ किसानों तक पहुंचेगी। 18 से 40 वर्ष तक की आयु की किसान इस योजना से जुड़ सकेंगे। उन्हें 60 वर्ष पूरा करने के पश्चात 3000 रुपये मासिक पेंशन मिलेगी। केंद्र सरकार पेंशन फंड में भी उतनी ही राशि का योगदान करेगी जितनी किसान द्वारा दी जाएगी। इसमें 18 साल के किसान को 55 रुपया मासिक देना होगा इतनी ही राशी सरकार भी देगी। अगर लाभ पाने वाले व्यक्ति की मौत हो गई, तो उसके पति/पत्नी को 50% रकम मिलती रहेगी।
इस योजना की एक विशेषता यह है कि किसान इस योजना में अपना मासिक योगदान सीधे प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लिए दिए गए लाभों से ले सकते हैं। इस योजना का लक्ष्य पहले 3 सालों में न्यूनतम 5 करोड़ लघु और सीमांत किसानों को कवर करना है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना का दायरा बढ़ा
12.5 करोड़ से बढ़ाकर 14.5 करोड़ किसानों को किसान सम्मान योजना के दायरे में लाया गया।
इसके लिए चालू वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान केंद्र सरकार को अतीरिक्त 87,217 करोड़ रुपए खर्च करने पड़ेंगे। पहले इस योजना के तहत सिर्फ उन किसानों को सालाना 6 हजार रुपए दिए जाने का ऐलान था जिनके पास 5 एकड़ से कम जमीन थी, लेकिन अब जमीन की लिमिट हटा दी गई है और सभी किसानों को इसके दायरे में शामिल कर लिया गया है।
पशुओं का टीकाकरण
पशुओं को बीमारी से बचाने के लिए टीका लगाया जाएगा और इसका पूरा खर्च केंद्र सरकार उठाएगी। पशुओं के टीकाकरण की योजना पर केंद्र सरकार करीब 13,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी। सरकार की ओर से 30 करोड़ गाय, भैंस, बैलों के मुंह और खुर से जुड़ी बीमारियोंं के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है। गाय, भैंस, बैल के अलावा भेंड़, बकरी और सुअरों का भी टीकाकरण होगा।
छोटे कारोबारियों को पेंशन
केंद्रीय कैबिनेट ने छोटे कारोबारियों के लिए नई सामाजिक सुरक्षा योजना शुरू करने को मंजूरी दी है जिसके तहत 60 वर्ष की उम्र के बाद छोटे कारोबारी कम से कम 3,000 रुपए मासिक पेंशन के हकदार होंगे। योजना का लाभ उन सभी कारोबारियों को मिलेगा जिनका जीएसटी के तहत सालाना टर्नओवर 1.5 करोड़ रुपए से कम है।
60 वर्ष की उम्र पार होने के बाद कारोबारी या उसका परिवार कम से कम 3000 रुपए मासिक पेंशन का हकदार होगा। योजना का लाभ उठाने के लिए 18-40 वर्ष आयुवर्ग के कारोबारियों को इस योजना में खुद को पंजीकृत कराना होगा। योजना का लाभ उठाने के लिए कारोबारी को अपनी तरफ से कुछ अंशदान जमा कराना होगा, और सरकार भी अपनी तरफ से उतना ही अंशदान कारोबारी के खाते में जमा कराएगी।
कारोबारी को इसके लिए देशभर में फैले 3.25 लाख कॉमन सर्विस केंद्रों के जरिए खुद को पंजीकृत कराना होगा। योजना के तहत 3 साल में देशभर से करीब 5 करोड़ छोटे कारोबारियों को पंजीकृत किया जाएगा।
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