फतेहाबाद (साहिल रुखाया)
गांव ढाणी दादूपुर को हरियाणा का पहला पशुधन जोखिम मुक्त गांव घोषित किया गया है। ‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय सामूहिक पशुधन योजना’ के अंतर्गत हरियाणा का पहला जोखिम मुक्त गांव बन गया है। पशुपालन एवं डेयरी विभाग के उप निदेशक डॉ. काशीराम ने बताया कि राष्ट्रीय लाईव स्टाक मिशन के माध्यम से केंद्र व राज्य सरकार द्वारा पंडित दीनदयाल उपाध्याय सामूहिक पशुधन बीमा योजना के तहत गांव के लगभग सभी मवेशियों का बीमा करवाया गया है। गांव में सभी 77 पशुओं के 106 पशुओं का बीमा किया गया जिसमें 29 पशुपालकों के 33 पशु भी शामिल है।
उम्मीद है कि इसी तरह से अगर ग्रामीणों का सहयोग रहा तो स्वास्थ्य एवं जीवन संरक्षण देने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य बन जाएगा। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत पशुओं की आकस्मिक मृत्यु, दुर्घटना में मृत्यु, बीमारी से मृत्यु, बिजली या जहरीले जीव के काटने से मृत्यु, प्राकृतिक आपदा (आग व बाढ़ इत्यादि) की चपेट में आने से होने वाली मृत्यु की स्थिति में पशुपालक को 60 हजार रुपये से अधिकतम 86 हजार रुपये तक के मुआवजे का भुगतान किया जाता है। इस योजना में भाग लेने के लिए विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पशुपालक अपने नजदीकी पशु चिकित्सालय पर जाकर पशु चिकित्सक से संपर्क करें। इस योजना में पांच पशुओं का अधिकतम बीमा किया जाता है जोकि अनुसूचित जाति वर्ग के पशुपालकों के लिए मुफ्त व अन्य वर्गों के पशुपालकों के लिए 100 रुपये प्रति पशु की दर से किया जाता है। ढाणी दादूपुर को पशुधन जोखिम मुक्त गांव बनने की उपलब्धि पर पूरी ग्राम पंचायत, गांव के सरपंच व ग्रामीणों को हम बहुत बधाई देते हैं और इसी तरह से जागरूक होकर योजना का लाभ ग्रामीण लेते रहे। गांव के सरपंच प्रगट सिंह ने भी अपने गांव की इस उपलब्धि पर सभी ग्रामीणों का आभार जताया और विभाग का धन्यवाद करते हुए कहा कि हम ग्राम पंचायत और ग्रामीणों की ओर से विभाग को समय-समय पर विभाग को पशुओं से जुड़ी सभी तरह की जानकारियां सांझा करते रहेंगे और गांव को यह सम्मान देने पर धन्यवाद देते हैं।