खेत—खलिहान बिजनेस

युवाओं से मांगे बिजनेस आइडिया, अच्छा हुआ तो पांच से पच्चीस लाख रूपये मिलेंगे

हिसार,
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय ने किसानों को व्यावसायिक के रूप में बढ़ावा देने के लिए एग्रीबिजनेस इनक्यूबेशन सेंटर से एक कार्यक्रम ‘पहल’ 2019 की शुरूआत की है। इसके तहत कृषि और इससे जुड़े क्षेत्र को लेकर कोई भी आइडिया हो तो उससे संबंधित प्रस्ताव 15 जुलाई तक एग्रीबिजनेस इनक्यूबेशन सेंटर, गांधी भवन, सीसीएसएचएयू, हिसार व मेल द्वारा [email protected] पर भेजे जा सकते हैं, आवेदन का प्रारूप व विवरण वेबसाइट www.hau.ac.in पर लेटेस्ट न्यूज के अंतर्गत उपलब्ध है। जिसका आइडिया सही होगा उसका स्क्रूटनी के माध्यम से चयन किया जाएगा और अनुदान राशि के लिए कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार को भेजा जाएगा। विस्तृत जानकारी के लिए मो. न. 7206734901, 9991689999 पर संपर्क कर सकते है।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. के.पी. सिंह ने कहा कि किसानों को कृषि व्यवसाय से जोड़ने के लिए विश्वविद्यालय में एग्रीबिजनेस इंक्यूबेशन सेंटर की स्थापना की गई हैं। इसी के तहत विद्यार्थियों, युवाओं और किसानों से उनके आइडिया के साथ आवेदन मांगे गए हैं। इस सैंटर की सहायता से कई उभरते उद्यमियों को फायदा होगा और रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। हम चाहते हैं कि अधिक से अधिक लोग कृषि व्यवसाय से जुड़े और अपने उत्पाद का ज्यादा से ज्यादा दाम प्राप्त कर सकें।
‘पहल’ 2019 के अंतर्गत चयन किए गए आइडिया के दम पर संबंधित व्यक्ति को 5 लाख से लेकर 25 लाख तक का अनुदान मिलेगा व उसे प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। ‘पहल’ कार्यक्रम सभी व्यक्तियों के लिए है इसमें किसी तरह की बाध्यता नहीं है जिसके पास कृषि व इससे संबंधित बिजनेस आइडिया हो वह अपना प्रस्ताव विश्वविद्यालय में भेज सकता है।
गौरतलब है कि भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार को राष्ट्रीय कृषि विकास योजना रफ्तार के तहत एग्रीबिजनेस इनक्यूबेशन सेंटर के रूप में चयनित किया था। जिन कृषि व्यवसायियों के आइडिया का चयन होगा उनकी ट्रेनिंग भी एग्री इनक्यूबेशन सेंटर के माध्यम से ही होगी
30 बिजनेस आइडिया का होगा चयन
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय एग्री बिजनेस सेंटर की नोडल अधिकारी श्रीमती सीमा रानी ने बताया की ‘पहल’ योजना के अंतर्गत स्क्रूटनी के माध्यम से 30 बिजनेस आइडिया का चयन किया जाएगा और चयनित प्रशिक्षुओं को 2 महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी इसके लिए उन्हें प्रतिमाह 10000 का स्टाइ फंड दिया जाएगा। उन्होंने कहा युवाओं को कृषि उद्यमिता की तरफ आकर्षित करना आवश्यक है , इस कार्यक्रम से अपने क्षेत्र में बहुत से स्टार्ट अप शुरू हो सकते हैं, व युवा अपना व्यवसाय शुरू कर सकते हैं, इस कार्यक्रम की अच्छी बात यह है कि इस से मिलने वाला अनुदान पूर्ण रूप से सहायता राशि है।
आवेदन के लिए पात्रता मापदंड
1. आवेदक एक भारतीय नागरिक होना चाहिए।
2. आवेदक के पास अपना नवीन विचार होना चाहिए जो प्रोद्योगिकी, सेवा, व्यापार पर आधारित हो और उससे कृषि एवं कृषि से जुड़े क्षेत्र में दक्षता विस्तार होता हो।
3. आवेदक के पास अपने नवीन व्यवसाय का मॉडल/योजना हो जिसमें वह कार्य करना चाहता है।
4. चयनित प्रशिक्षु को एग्रीप्रोनियरशिप ओरिंटेशन प्रोग्राम (एओपी) की अवधि के लिए आर-एबीआई चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार में इन्यूबेशन कार्यक्रम के लिए पंजीकृत होना चाहिए।

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