हिसार

मुख्यमंत्री के प्रयासों को पलीता लगा रहे खेल व युवा कार्यक्रम विभाग के अधिकारी

हिसार,
प्रदेश में युवा गतिविधियों को बढ़ावा देने के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के प्रयासों को पलीता लगा रहे खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग के रवैये के विरुद्ध आज प्रदेश भर में राष्ट्रीय व राज्य युवा पुरस्कार प्राप्त युवाओं व युवा क्लबों के सदस्यों ने जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम सौंपे। राज्य युवा पुरस्कार विजेता मुकेश किरतान, विष्णु मांजू चौधरीवाली, कीमती बुढ़ाखेड़ा, जिला युवा पुरस्कार विजेता अनिल किरतान, शहीद भगत सिंह युवा मंडल चौधरीवाली प्रधान एवं जिला युवा पुरस्कार विजेता अशोक भारतीय, युवा सगठन चौधरीवाली के प्रधान प्रदीप मांजू, निफा एनजीओ से नीलम शर्मा, किरण शर्मा सचिव, बलराज, विक्रम व सुनील ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग में युवा शब्द मात्र औपचारिकता बन कर रह गया है। जहां एक ओर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने युवा आयोग हरियाणा का गठन करके यह संकेत दिया है कि वे प्रदेश में युवा विकास की गतिविधियों को पूरे उत्साह के साथ आगे बढ़ाना चाहते हैं वहीं इस विभाग के कुछ अधिकारी मुख्यमंत्री, खेल एवं युवा कार्यक्रम मंत्री व उच्चाधिकारियों को गुमराह कर रहे हैं जिसके फलस्वरूप प्रदेश के अधिकांश युवा क्लब या तो बंद हो चुके हैं या बंद होने के कगार पर हैं। राष्ट्रीय व राज्य युवा पुरस्कार विजेता संघ का कहना है कि प्रदेश में युवा गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए व युवा विकास में अपने कार्यों से प्रदेश का नाम रोशन करने वाले युवाओं के प्रोत्साहन के लिए लोकसभा चुनावों से पूर्व मुख्यमंत्री निवास पर अत्यंत सौहार्दपूर्ण वातावरण में मीटिंग हुई थी जिसमें विभाग के प्रधान सचिव आनंद मोहन शरण भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने हर युवा से उसके कार्यों व उपलब्धियों की जानकारी ली थी और चुनाव के बाद उनकी मांगों पर सकारतमक रूख अपनाने का संकेत दिया था, लेकिन चुनाव के बाद उनके अनेक प्रयासों के बावजूद इस पर चर्चा आगे नहीं बढ़ी व प्रधान सचिव ने भी आग्रह के बावजूद मिलने का समय नहीं दिया। संघ का मानना है कि विभाग के कुछ अधिकारी राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर प्रदेश का नाम रोशन करने वाले इन युवाओं को व्यर्थ बताते हैं जबकि ये ही लोग चयन समिति के मैंबर के तौर पर युवाओं के कार्यों का लेखा-जोखा जांच कर उनका नाम अवार्ड के लिए भेजते हैं, लेकिन बाद में युवा गतिविधियों व इनमे कार्यरत युवाओं व युवा क्लबों को हीन भावना से देखते हैं।
प्रदेश भर में दिए जा रहे इस ज्ञापन में युवाओं का कहना है कि उम्र के जिस दौर में अन्य युवा अपने कैरियर, व्यवसाय व नौकरी के लिए भाग रहे होते हैं उस समय ये युवा गांव-गांव में घूम कर समाज की बुराइयों के खिलाफ आवाज उठाते हैं व राष्ट्र की एकता, अखंडता और भाईचारे को कायम रखने में महती भूमिका निभाते हैं। यहां तक कि सरकारी योजनाओं को भी घर-घर तक ले जाने में इन युवाओं की महती भूमिका रहती है। हैरानी की बात है कि अवार्ड जीतने के बाद गांव के गौरव पट पर तो युवा का नाम लिखा जाता है लेकिन उसके कैरियर के लिए कोई प्रोत्साहन नहीं दिया जाता, जिसकी वजह से अब युवाओं का उत्साह युवा क्लब बनाने व समाजसेवा में आगे आने में दिन-प्रतिदिन कम होता जा रहा है। खेल व युवा कार्यक्रम विभाग का पूरा ध्यान खेलों को प्रमोट करने की ओर है जो अच्छी बात है लेकिन इस दौड़ में युवा गतिविधियों को इस हद तक इग्नोर किया जा रहा है कि विभाग की वेबसायट पर युवा गतिविधियों व उपलब्धियों का कोई जिक्र तक नहीं हैं। यहां तक कि विभाग के पास युवा गतिविधियों में राष्ट्रीय व राज्य युवा सम्मान हासिल करने वाले युवाओं का डाटा तक उपलब्ध नहीं है। विभाग की किसी भी प्रदेश स्तरीय अथवा जिला स्तर की गतिविधियों में युवा गतिविधियों में विशेष उपलब्धि हासिल करने वाले युवाओं को बुलाया तक नहीं जाता। यहां तक कि प्रदेश की युवा नीति बनाने की बैठक में भी युवा अवार्डी नहीं बुलाये जाते।
संघ का मानना है कि मुख्यमंत्री द्वारा हरियाणा युवा आयोग का गठन एक स्वागतयोग्य व ऐतिहासिक कदम है लेकिन इस आयोग में किसी भी राष्ट्रीय अथवा राज्य युवा पुरस्कार विजेता को न लिया जाना आश्चर्यजनक है। खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग द्वारा 10 अगस्त को चरखी दादरी में आयोजित होने जा रहे युवाओं के प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में कॉलेज व स्कूलों के विद्यार्थियो को न्यौता देने वाले विभाग ने अपने ही प्रदेश के उन युवाओं को भुला दिया जिन्होंने विभाग की झोली में अनेक राष्ट्रीय सम्मान डाले अथवा जिन्हें स्वयं विभाग ने प्रदेश स्तर पर सम्मानित किया।

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