जयपुर,
आशुतोष गोवारिकर की फिल्म ‘पानीपत’ को लेकर जाट समुदाय में रोष देखने को मिल रहा है। इस बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्विटर पर आशुतोष गोवारिकर की फिल्म ‘पानीपत’ को लेकर स्थानीय लोगों के दावों को हल करने के लिए सेंसर बोर्ड से दखल देने की मांग की है। बॉलीवुड की फिल्म में राजा सूरजमल को गलत तरीके से चित्रित करने का आरोप है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक ट्वीट में कहा, ‘पानीपत को लेकर बहुत सारी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, जो नहीं आनी चाहिए। सेंसर बोर्ड को मामले में दखल देना चाहिए और इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए। वितरकों को जाट समुदाय के साथ बिना देरी के बातचीत करनी चाहिए’।
साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि एक फिल्म के निर्माण से पहले फिल्म के एक विशेष चरित्र का सही तरीके से चित्रण करने के लिए अध्ययन किया जाना चाहिए, जिससे कि बाद में कोई विवाद नहीं हो।
उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि कला का सम्मान होना चाहिए और कलाकार का आदर होना चाहिए, लेकिन किसी जाति, धर्म या किंवदंती का अनादर कभी नहीं होना चाहिए।
यह फिल्म 1761 में मराठा और अफगान राजा अहमद शाह अब्दाली के बीच लड़ी गई पानीपत की तीसरी लड़ाई पर आधारित है।