सिरसा,
पीएम विंडो व सीएम विंडो पर आई शिकायतों को अधिकारी गंभीरता से लेते हुए तुरंत निपटान करवाया जाए और जिस भी विभाग से संबंधित सीएम विंडो की पैंडेंसी है, वो अगले दस दिनों में इसे पूरा करें। किसी भी प्रकार की कोताही का खामियाजा स्वयंं अधिकारी को उठाना पड़ सकता है, इसलिए पोर्टल पर आने वाली शिकायतों को गंभीरता से लें और लंबित शिकायतों का जल्द से जल्द निपटान करें।
ये निर्देश हिसार मंडल आयुक्त विनय सिंह ने सभी विभागों के अधिकारियों को लघुसचिवालय स्थित बैठक कक्ष में आयोजित समीक्षा बैठक में दिए। बैठक में आयुक्त विनय सिंह ने पीएम विंडो, सीएम विंडो व मेरी फसल-मेरा ब्यौरा की प्रगति कार्यों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस बैठक में उपायुक्त अशोक कुमार गर्ग, एसडीएम सिरसा जयवीर यादव, एसडीएम कालांवाली निर्मल नागर, एसडीएम डबवाली डा. विनेश कुमार, एसडीएम ऐलनाबाद संयम गर्ग सहित अन्य संबंधित विभागों के विभागाध्यक्ष उपस्थित थे।
आयुक्त ने सबसे पहले पीएम विंडो व सीएम विंडो पर आई शिकायतों के निपटान कार्यों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को कहा कि इन पर आई शिकायतों का निपटान आशा के अनुरूप नहीं हो रहा है, जिस कारण सिरसा जिला की रैंकिंग में पीछे चल रहा है। उन्होंने कहा कि इसकी मोनिट्रींग स्वयं मुख्यमंत्री कर रहे हैं, इसलिए अधिकारी इनको प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि अधिक पूरानी सीएम विंडो पर आई शिकायतों का निपटान प्राथमिकता के आधार पर करें।
उन्होंने कहा कि मेरी फसल-मेरा ब्यौरा योजना के तहत ई-खरीद पोर्टल पर किसानों की फसल के पंजीकरण का कार्य 31 दिसंबर 2019 तक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्कीम के तहत पंजीकृत किसानों को ही भविष्य में मेरी फसल-मेरा ब्यौरा योजना का लाभ मिलेगा। जो किसान समय रहते ई-खरीद पोर्टल पर अपनी फसल का पंजीकरण नही करवाएंगे, उन्हें योजना के तहत दी जा रही सुविधाओं का लाभ नहीं मिलेगा। किसानों को मेरी फसल-मेरा ब्यौरा योजना के बारे में जागरूक करने के लिए अधिकारियों की कमेटी गठित की जाए और शैड्यूल बना कर गांव स्तर पर इस योजना का प्रचार-प्रसार किया जाए। इस कार्य में संबंधित गांव के नंबरदार, ग्राम सचिव व पटवारी की जिम्मेवारी तय की जाए। साथ ही किसानों को इस पोर्टल पर अपनी फसलों का ब्यौरा ऑनलाइन करने के लिए प्रेरित करें ताकि फसल बिकवाली के समय उन्हें दिक्कत का सामना न करना पड़े।
इस बैठक में तहसीलदार मदनलाल, बीडीपीओ ओढां बलराज सिंह, बीडीपीओ ऐलनाबाद राजेश कुमार, बीडीपीओ डबवाली सोमवीर सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।