एफसीआर धनपत सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंस से अधिकारियों को दिए निर्देश
हिसार,
हरियाणा के राजस्व विभाग के वित्तायुक्त (एफसीआर) धनपत सिंह ने कहा कि सभी जिलों के अधिकारी सीएम विंडो पर आने वाली राजस्व संबंधी शिकायतों का बिना देरी समाधान करवाएं। यदि कोई कर्मचारी गलत मंशा के साथ मामलों के निपटान में देरी करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। एफसीआर धनपत सिंह आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सीएम विंडो पर आने वाली राजस्व विभाग से संबंधित लंबित शिकायतों की समीक्षा कर रहे थे।
वित्तायुक्त ने प्रत्येक जिला के उपायुक्तों व राजस्व अधिकारियों से उनके जिला में लंबित शिकायतों के निपटान की प्रगति की जानकारी ली और इसमें हो रही देरी का कारण जाना। उन्होंने कहा कि इंतकाल जैसे मामलों में आवेदन के एक दिन के भीतर इंतकाल दर्ज करके इसकी प्रविष्टिï की जाए। यदि इसमें कोई तकनीकी दिक्कत या किसी अन्य पक्ष की आपत्ति है तो तहसीलदार व नायब तहसीलदार ऐसे मामलों को कन्टेस्ट करके संबंधित एसडीएम के पास भेज दें ताकि उचित निर्णय लिया जा सके।
उन्होंने कहा कि सीएम विंडो की सभी शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जाए और उच्चाधिकारी प्रत्येक सप्ताह इस कार्य की समीक्षा करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल स्वयं सीएम विंडो की शिकायतों के समाधान की प्रगति का नियमित रूप से आकलन करते हैं। किसी भी कार्यालय में भ्रष्टïाचार को बिल्कुल बर्दाश्त न किया जाए। सरकार इस मामले में जीरो टोलरेंस की नीति को अपनाते हुए भ्रष्टïाचार को जड़-मूल से खत्म करना चाहती है।
वित्तायुक्त ने कहा कि सभी उपायुक्त मुख्यमंत्री घोषणाओं की प्रगति पर भी लगातार नजर बनाए रखें और इन्हें समय पर पूरा करवाने के लिए समीक्षा करते रहें। यदि चंडीगढ़ मुख्यालय स्तर पर कोई अड़चन है तो उसे व्यक्तिगत रूप से बात करके दूर करवाएं ताकि विकास कार्यों में बाधा उत्पन्न न हो। उन्होंने कहा कि जल्द ही मुख्यमंत्री घोषणाओं की भी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से समीक्षा की जाएगी। उन्होंने अन्य अनेक मामलों में अधिकारियों से जानकारी लेते हुए इनके समाधान के संबंध में व्यावहारिक हल बताए और समस्याओं के समाधान के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
वीडियो कॉन्फ्रेंस में अतिरिक्त उपायुक्त विवेक पदम सिंह, हिसार एसडीएम डॉ. वेदप्रकाश, नारनौंद एसडीएम विकास यादव, हांसी एसडीएम जितेंद्र सिंह, बरवाला एसडीएम राजेश कुमार, सीटीएम अश्वीर सिंह, डीडीपीओ सूरजभान व नायब तहसीलदार रामनिवास सहित अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।