राजली में सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ मनाया अंतराष्ट्रीय महिला दिवस
हिसार,
शहीद भगत सिंह एकता वेलफेयर समिति राजली ने महिला दिवस के अवसर पर गांव की होनहार बेटियों को सम्मानित किया। गांव की ही ऐसी बेटियां जो अपने आपको आत्मनिर्भर बनाने के लिए नौकरी करती है, जिन बच्चियों ने खेलों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है और सामाजिक क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाली महिला और लड़कियां सबको शहीद भगत सिंह एकता वेलफेयर समिति द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में विशेष रूप से हरियाणा राज्य महिला आयोग की सदस्या एडवोकेट नम्रता गौड़, अंतराष्ट्रीय स्तर पर ख्यातिप्राप्त पर्वतारोही अनिता कुण्डू, हांसी महिला थाना की थाना अध्यक्ष निर्मला देवी, सामाजिक कार्यकर्ता अन्नू कुमारी समेत गांव की सैकड़ो महिलाओं और पुरुषों ने शिरकत की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए एएनएम बिमला चहल ने सभी का स्वागत किया।
महिला सशक्तिकरण पर बोलते हुए कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि हरियाणा राज्य महिला आयोग की सदस्य एडवोकेट नम्रता गौड़ ने कहा कि महिलाओं को किस प्रकार संगठित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को स्वरोजगार से जुड़ना चाहिए और अपने रूचि के अनुसार अपना कैरियर चुनने के लिए भरपूर प्रयास करने चाहिए । महिलाओं के लिए समय बदल रहा है उन्हें इस समय का और अवसरों का लाभ उठाना चाहिए।
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि हांसी महिला थाना की एसएचओ निर्मला देवी ने बेटी पढ़ाओ बेटी पढ़ाओ का आह्वान किया और कहा कि अगर समाज में बेटियां बचेगी ही नहीं तो यह समाज एक दिन नष्ट हो जायेगा। उन्होंने कहा कि बेटियों को गर्भ में ही मार देना इस सृष्टि का सबसे घिनौना पाप है हम सभी को अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए कन्या भ्रूण हत्या जैसे पाप को इस समाज से खत्म करना है जिसके लिए हम सबकी जिम्मेदारी बहुत अहम है।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि के तौर पर पधारी अंतराष्ट्रीय पर्वतारोही अनिता कुण्डू ने कहा कि मैंने सारी दुनिया नापी है, लेकिन मेरे देश जैसा कोई देश नहीं है। मुझे गांव की माटी से बहुत प्यार है। अनिता कुण्डू ने महिलाओं को अपने संघर्ष की कुछ छोटी छोटी स्मृतियों से कार्यक्रम में उपस्थित बच्चियों मोटिवेट किया।
महिला दिवस के इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता समाजसेवी अनु कुमारी ने बोलते हुए कहा कि यदि महिलाओं को पुरुषों की बराबरी करनी है तो पुरुषों के बराबर का काम करना होगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं की आज हर क्षेत्र में अपनी पहचान है आज चाहे खेलों की बात हो, देश की सीमाओं पर सुरक्षा की बात हो, देश के आंतरिक हिस्सों में व्यवस्था के नाते अलग-अलग क्षेत्रों में जिम्मेदारी की बात हो, महिलाओं ने हर जगह है अपनी भागीदारी को सुनिश्चित किया है लेकिन अभी भी महिलाओं को और मेहनत करने की आवश्यकता है जिससे कि समान स्वयं महिलाओं के साथ खड़ा होकर के अपनी बेटियों को आगे बढ़ाएं। महिलाओं को मौलिक अधिकारों की मांग के साथ साथ मौलिक कर्तव्यों का पालन भी करना चाहिए ।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने मोह लिया मन
शहीद भगत सिंह एकता वेलफेयर समिति के तत्वाधान में हुए इस कार्यक्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का के द्वारा भी महिला सशक्तिकरण के अलग-अलग पक्षों पर गाँव के ही विभिन्न स्कूलों की बच्चियों ने अपनी अपनी प्रस्तुतियों से लोगो का मन मोह लिया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से कन्या भ्रूण हत्या, दहेज प्रथा, बाल विवाह आदि सामाजिक समस्याओं के विरुद्ध नाटकों के माध्यम से आवाज बुलंद की गई।
युवाओं ने संभाली कार्यक्रम में व्यवस्था की कमान
शहीद भगत सिंह एकता वेलफेयर समिति के पदाधिकारियों और गांव के ही युवाओं ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी व्यवस्थाओं की कमान संभाली मंच संचालन दीपिका चहल ने किया के अतिरिक्त जलपान से लेकर कर पार्किंग तक की सभी व्यवस्थाएं गांव के युवाओं के जिम्मे थी जिसका निर्वहन भली प्रकार से किया गया। कार्यक्रम की व्यवस्था सम्भालने के लिए प्रदीप शास्त्री, रवि कुमार, अमित राजली, प्रवीन कुमार, अश्वनि बूरा, कपिल, राजेश फौजी, प्रदीप बूरा, रॉकी, नरेश कौहाड, सोमवीर, पारुल, नानूराम कोच, विकास चाहर आदि समिति के सदस्यों ने अपना योगदान दिया।