प्रशासन से फलों का कंट्रोल रेट जारी करने की मांग
आदमपुर,
कोरोना महामारी के बीच आदमपुर में कालाबाजारी का धंधा भी जोर पकड़ रहा है। फल विक्रेता मनमाने ढ़ंग से दाम बढ़ाकर लोगों को लूटने में लगे हुए है। आदमपुर प्रशासन ने इस तरफ ना तो ध्यान दिया है और ना ही जिला प्रशासन की तर्ज पर यहां फलों और सब्जियों के रेट तय किए हैं। इसके चलते आमजन सब कुछ जानते हुए भी जेब कटवाने के लिए मजबूर है।
दोगुना हुए दाम
आदमपुर निवासी एस.के.जैन, राजीव शर्मा, अमित अग्रवाल, रामचंद्र शर्मा, भूषण मोंगा ने बताया अप्रैल के पहले सप्ताह तक हरा नारियल 40 रुपए पीस के हिसाब से मिल रहा था, लेकिन अब इसके दाम 80 रुपए पीस कर दिए है। कीवी 30 रुपए प्रति पीस से बढ़कर 60 रुपए प्रति पीस कर दी। इसी प्रकार पपीता 100 रुपए किलोग्राम,चीकू 80 रुपए किलोग्राम,मौसंबी 120 रुपए किलोग्राम,अनार 170 रुपए प्रति किलोग्राम के दाम पर बेचे जा रहे हैं।
फल विक्रेताओं के तर्क
वहीं फल विक्रेताओं का कहना है कि कुछ तो पीछे से दाम बढ़ चुके हैं, कुछ दुकानों को खोलने का समय केवल 3 घंटे निर्धरित है। ऐसे में ग्राहक कम आ पाते हैं। फल न बिकने की स्थिती में जल्दी खराब हो जाते हैं। अब खराब फल की औसत निकालकर ही वे फलों के दाम तय करते हैं। यदि प्रशासन फलों की दुकानों को सुबह 8 से 2 बजे तक खुलने दे तो दामों में अपने—आप कमी आ जायेगी।
प्रशासन से आमजन की मांग
दूसरी तरफ आदमपुर में कोरोना संक्रमण बढ़ने के साथ ही नारियल पानी, कीवी, मौसमी और पपीता की मांग बढ़ गई। लोगों को मजबूरी में दोगुना भाव चुकाना पड़ रहा है। हालत यह है कि कोरोना संक्रमित घरों में रोजाना 10 से 15 तक नारियल जा रहे हैं। ऐसे में लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि वह नारियल पानी, कीवी, पपीता, मौसमी जैसे फल जो मरीजों को दिए जा रहे हैं, उनका कंट्रोल रेट जारी करे और फल विक्रेताओं की मनमानी पर नकेल कसे।