रेलवे व पुलिस प्रशासन बेखबर
हिसार,
कोरोना महामारी को लेकर एक ओर जहां पूरा विश्व चिंतित है लोग घरों में कैद होने को मजबूर है। दुकान, प्रतिष्ठान, स्कूल कॉलेज, यातायात रेल आदि सभी बंद पड़े हुए हैं। लोग स्वयंकी प्रेरणा से घरों में एकांत रह रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ लोग प्रशासन की इस मुहिम को नाकाम करने में लगे हुए हैं। ऐसे लोग न केवल अपने लिए बल्कि दूसरों के लिए भी खतरा बन रहे हैं। ऐसा ही एक उदाहरण कृष्णा नगर के समीप प्लेटफार्म व रेलवे पुलिस चौकीं से कुछ ही दूरी पर रेलवे ट्रैक पर देखने को मिला। अलग अलग टोलियों में लोग रेलवे ट्रैक के ऊपर बैठ कर समय बिता रहे हैं। कहीं कंचे खेले जा रहे हैं, कहीं ट्रैक पर ही क्रिकेट का मैदान बनाया हुआ है। धारा 144 के बावजूद लोग ट्रैक पर इकट्ठे हो रहे हैं। उनके पास न तो कोई मास्क है और न ही कोई सेनेटाइजर। प्राप्त जानकारी के अनुसार यहां पर यह सब जुए की तरह खेला जा रहा है। इसकी सुध न तो रेलवे पुलिस, रेलवे सुरक्षा गार्ड ले रही है और न ही स्थानीय पुलिस प्रशासन को इस प्रकार की गतिविधियां नजर आती हैं। शाम होते ही ट्रैक पर नशेडियों का जमावड़ा लगना शुरू हो जाता है जो देर रात तक चलता रहता है। अब जबकि कोरोना को लेकर के पूरा देश संवेदनशील है ऐसे में हाई वोल्टेज ट्रैक के चलते ट्रैक पर ऐसी गतिविधियां कैसी चल रही है यह आमजन की समझ से परे है। रेलवे ट्रैक पर अनेक हादसे पहले भी हो चुके हैं जब विभाग की लापरवाही से लोगों को जान गंवानी पडी। इलैक्ट्रानिक ट्रेन के बाद ट्रैक कितने सुरक्षित है इसका अन्दाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ट्रैक पर बेसहारा गायों का जमावडा लगा रहता है। लोगो ने इस क्षेत्र को डम्पिग हाऊस व गौ अभ्यारण्य बना दिया है। ऐसे में ट्रैक की सुरक्षा कैसे होगी यह रेल प्रशासन के लिए भी चुनौती है।