(डेस्क रिपोर्ट)
कोरोना वायरस के लक्षण आसानी से समझ ना आने के कारण खतरा बना हुआ है। कोविड-19 के लक्षण बिल्कुल आम सर्दी-जुकाम की तरह हैं। हालांकि रोगी की बिगड़ती हालत को अगर बारीकी से देखना शुरू कर दें तो इसे पहचाना जा सकता है।
जानें प्राथमिक लक्षण
पहले दिन
मरीज को तेज बुखार चढ़ने लगता है और उसके शरीर का तापमान काफी ज्यादा बढ़ जाता है। इसके अलावा रोगी को सूखी खांसी और जुकाम की समस्या भी सताने लगती है।
अगले कुछ दिनों के भीतर मरीज की मांसपेशियों में दर्द होना शुरू हो जाता है और जोड़ों का दर्द भी काफी बढ़ जाता है। कई मामलों में गले में सूजन बढ़ती भी देखी गई है।
पांचवां दिन
5वें दिन तक लोगों को सांस लेने से संबंधित समस्या होने लगती है। खासतौर पर बुजुर्गों में यह परेशानी ज्यादा देखी गई है। इसके अलावा जो लोग पहले ही किसी बीमारी से जूझ रहे हैं उनमें भी यह दिक्कतें होती हैं।
सातवां दिन
सातवां दिन आते-आते रोगी को इस बात का एहसास होने लगता है कि अब उसे अस्पताल में भर्ती हो जाना चाहिए। वुहान हॉस्पिटल की एक रिपोर्ट के मुताबिक ज्यादातर मरीजों ने इतने दिन बीतने के बाद ही डॉक्टर्स को सूचित किया है।
आठवां दिन
करीब एक हफ्ता गुजरने के बाद लोगों के शरीर में रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम से जुड़ी समस्याएं आने लगती हैं। यह ऐसा समय होता है जब इंसान के फेफड़ों में तेजी से बलगम बढ़ने लगता है। फेफड़ों में ऑक्सीजन की जगह बलगम बढ़ने से रोगी को सांस लेने में तकलीफ ज्यादा होने लगती है। उनके सीने में दर्द भी काफी बढ़ जाता है।
कोरोना वायरस के लक्षण दिखने में 2 से 10 दिनों का समय लग सकता है। वायरस के लक्षण देरी से दिखने की वजह से लोग बाहर से बीमार नहीं लगते हैं जिसके कारण संक्रमण लोगों में आसानी से फैल जाता है।