हिसार,
बैसाखी के पावन पर्व पर श्री गुरु सिंह सभा ने स्थानीय नागोरी गेट स्थित गुरुद्वारा में खालसा के जन्मदिवस पर स्थानीय रागी जत्थे द्वारा शब्द कीर्तन किया गया जिसमें कोरोना के चलते संगत शामिल नहीं हुई केवल रागियों द्वारा ही शब्द कीर्तन किया गया। इसके साथ ही श्री गुरु सिंह सभा में जरूरतमंदों के लिए लंगर की सेवा निरंतर जारी है। बैसाखी पर्व पर विशेष मीठा प्रसाद भी भोजन में शामिल किया गया।
गुरुद्वारा में जरूरतमंदों, लाचारों के समक्ष आई भोजन की समस्या को देखते हुए प्रतिदिन लंगर सेवा दी जा रही है जिसके तहत 5 से 6 क्विंटल आटे का व ढाई के क्विंटल दाल सब्जी, कढ़ी व 5 से 6 क्विंटल चावल का लंगर शहर की जुड़ी धार्मिक, सामाजिक संस्थाओं व सेवादारों के सहयोग से नागोरी गेट स्थित गुरुद्वारा साहिब में बन रहा है। यह लंगर लगभग 10000 जरूरतमंदों के लिए तैयार होता है जो प्रशासन के सहयोग व सेवादारों के सहयोग से जरूरतमंदों में वितरित होता है। गुरुद्वारा से जुड़े सेवादारों ने बताया कि जबसे देश में लॉकडाऊन हुआ है तबसे यह लंगर बनाकर जरूरतमंदों को वितरित किया जा रहा है। गुरुद्वारा में लंगर बनाने के बाद सरबत की भलाई के लिए अरदास की जाती है और फिर खाने को वितरण के लिए भेजा जाता है। उन्होंने बताया कि सोमवार को बैशाखी के उपलक्ष्य में बने वाले प्रसाद में मीठा भी शामिल किया गया।
सेवादारों ने बताया कि प्रतिदिन इस लंगर को बनाने में 60 से 65 सेवादार व गुरुघर से जुड़ी सेवादारनियों अपनी सेवाएं दे रहे हैं। सेवादार दो शिफ्टों में प्रात: 6.30 बजे से शुरू होकर रात्रि 12 बजे तक तन-मन-धन से सेवा कार्यों में लगे हुए हैं। लंगर के लिए लगभग 36 हजार से 40 हजार रोटियां मशीन से व तवी पर बनाई जा रही हैं और सेवादार वहीं पैकिंग करके पैकेट तैयार करते हैं। लगभग 10 हजार पैकेट प्रशासन के सहयोग से वितिरित किया जाता है। कुछ लंगर फोन आने पर उन कालोनियों में बांटा जाता है। लंगर बनाने में पूरी सावधानी व स्तर्कता बरती जाती है सोशल डिस्टेंशिंग व मास्क इत्यादि का पूरा ध्यान रखा जाता है।
सेवादारों ने बताया कि उनको जहां भी भोजन की आवश्यकता की सूचना मिलती है वहां खाना भिजवा दिया जाता है ताकि नगर में इस संकट की घड़ी में कोई भी भूखा न सोए। इसके साथ ही गुरुद्वारा के सेवादारों ने अपील की कि जरूरत के अनुसार ही गुरुद्वारा में लंगर बनाने के लिए कहा जाए क्योंकि कई बार भोजन बच जाता है। इसलिए जरूरत अनुसार ही लंगर बनना चाहिए। इस पुनीत कार्य में अनेक धार्मिक व सामाजिक समितियां किसी न किसी रूप में अपना-अपना सहयोग दे रही हैं। उन्होंने बताया कि यह मुहिम जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती जारी रहेगी। लॉकडाऊन के चलते शहर में कोई भी भूखा न रहे इसके लिए निम्न नंबरों पर संपर्क करके लंगर मंगवाया जा सकता है, मो. 9812600038,92155129909416042985,9215232400 8607300004,7082455851, 8950100554