लॉकडाऊन का पालन करके घरों में रहे, लक्षण प्रकट होने पर न करें इलाज में देरी
हिसार,
मौजूूदा समय में विश्वभर में महामारी बनी कोरोना का इलाज हौम्योपैथ में संभव है। यदि अच्छे चिकित्सक से सलाह लेकर समय रहते इलाज शुरू किया जाए तो इस बीमारी से बचाव व उपचार हो सकता है।
यह बात होम्योपैथ चिकित्सक डा. सुभाष किरढ़ान ने मौजूदा दौर में चल रही कोरोना महामारी के विषय में बात करते हुए कही। उन्होंने कहा कि हौम्योपैथ में हर बीमारी का इलाज संभव है। उन्होंने कहा कि आज के आपाधापी वाले युग में मनुष्य की शारीरिक श्रम जहां कम हो रही है वहीं मानसिक श्रम बढ़ता जा रहा है। इसी के चलते मनुष्य अनेक बीमारियों का शिकार होता जा रहा है लेकिन बीमारियों से बचने व निरोगी जीवन जीने के लिए मनुष्य को होम्योपैथ पद्धति का सहारा लेना चाहिए।
डा. सुभाष किरढ़ान ने कहा कि बढ़ती भागदौड़ व बिगड़ते खानपान से मनुष्य बीमारियों की जकडऩ में आता जा रहा है। हाल ही में सामने आई कोरोना महामारी ने न केवल भारत बल्कि विश्व के अनेक देशों में उत्पात मचा रखा है। चिकित्सा जगत इसकी वैक्सीन ढूंढने में लगा है और संभव है वैक्सीन मिलने पर मनुष्य पर से इसका खतरा टल जाएगी लेकिन हौम्योपैथ में इस बीमारी का संभव है। इसके लिए मनुष्य को अच्छे चिकित्सक से सलाह लेकर कोई भी लक्षण प्रकट होने पर अपनी जांच करवाकर इलाज शुरू करवाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हौम्योपैथ में आर्सेनिक एल्बम-30 कोरोना के इलाज में सहायक है।
डा. सुभाष किरढ़ान ने कहा कि इस बीमारी से सबसे बड़ा बचाव सोशल डिस्टेंस तो ही है, इसीलिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 3 मई तक लॉकडाऊन का आह्वान किया हुआ है। नागरिकों को चाहिए कि वे लॉकडाऊन के नियमों का पालन करते हुए सोशल डिस्टेंस बनाए रखें लेकिन यदि कोई लक्षण प्रकट होता है तो नागरिक तुरंत अपनी जांच करवाए और अपना इलाज शुरू करवाए क्योंकि बीमारी को छिपाने से बीमारी बढ़ती है। उन्होंने कहा कि रोग निवारण की सबसे पुरानी व प्रभावी पद्धति होम्योपैथ में इस बीमारी का स्थाई व सही इलाज है। उन्होंने कहा कि इस विधि का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता और रोग ग्रस्त व्यक्ति को आराम भी जल्द मिलता है। उन्होंने कहा कि होम्योपैथ के अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार तथा स्वस्थ समाज-सुखी समाज के सपने को साकार करने के उद्देश्य से उनकी समिति ने हेल्पलाइन नंबर 99960-57172 जारी किया है, जिस पर फोन करके कोई भी व्यक्ति परामर्श ले सकता है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे नियमों का पालन करते हुए घरों में ही रहे और किसी भी तरह का लक्षण सामने आने के बाद इलाज में कोताही न बरतें।