आदमपुर,
कृषि मंत्री के आदेश अधिकारियों के लिए कितने मायने रखते है इसका ताजा उदाहरण सरसों के खरीद सेंटर पर वजन में टांके के खेल से पता चलता है। पिछले सप्ताह आदमपुर आए कृषि मंत्री के आगे किसानों ने नियम से ज्यादा सरसों कट्टों में टांके के नाम पर भरे जाने की शिकायत की थी। इस पर मंत्री महोदय ने अधिकारियों को डांट पिलाते हुए मामले पर कार्रवाई करने का आदेश भी दिया था।
मंत्री को गए एक सप्ताह के करीब हो गया। लेकिन सरसों पर टांके का खेल अब भी जारी है।
हद तो इस बात की है कि अधिकारियों के संज्ञान में मामला लाने के बाद भी वे अंजान बनते हुए कह रहे है कि किसी किसान की शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलने पर वे कार्रवाई करेंगे। समझ नहीं आता एक सप्ताह पहले कृषि मंत्री के एक दौरे में मामला संज्ञान में आ गया और मंत्री ने अधिकारियों को मामले की जांच के भी आदेश दिए, लेकिन उसके बाद भी टांके लगाने का खेल जारी है—आखिर इसके पीछे कैसी खिचड़ी पक रही है।
सरकार के नियम अनुसार सरसों के एक कट्टे में 45 किलो 580 ग्राम सरसों भरनी चाहिए, जबकि कट्टों में 45 किलो 700 ग्राम भरी जा रही है। कई खरीद केंद्रों पर तो सरेआम एक किलो काटा कटवाने की बात कही जा रही है। गांव सीसवाल खरीद सेंटर पर मौजूद कई किसानों ने आरोप लगाया कि वे अपनी सरसों बेचने के लिए सोमवार से खरीद सेंटर पर बैठे हैं और तीन दिन के बाद उनकी फसल को खरीदा गया है। उसमें भी निर्धारित वजन से ज्यादा तोल लिया गया है। किसानों का आरोप है कि उनको मजबूर होकर अपनी फसल बेचनी पड़ रही है, क्योंकि अगर वे काटा नहीं कटवाते हैं तो उनकी फसल में नमी बताकर खरीदी नहीं जा रही।
दूसरी ओर मंडी आदमपुर के एक सेंटर पर भी टांके का खेल सरेआम चल रहा है। किसानों का आरोप है कि खरीद केंद्र पर खरीद करने वाले कहते हैं कि सरसों में प्रति क्विंटल के पीछे काटा कटवाओ और अपनी फसल बेचो वर्ना इंतजार करो। किसानों का आरोप है कि काटा न कटवाने पर उनकी फसल में नमी बताकर खरीद करने से मना कर दिया जाता है, जबकि काटा कटवाने वालों व रसूखदारों की सरसों खरीदी जा रही है।
क्या बोले मार्केट कमेटी सचिव
मार्केट कमेटी सचिव हीरालाल ने कहा ज्यादा वजन तोलने संबंधी शिकायत किसी ने नहीं की है। यदि ऐसी बात है तो किसान मेरे पास लिखित शिकायत दे सकते हैं, संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मैंने कर्मचारियों को भी निर्देश दे रखे हैं कि जो हैंडलिंग एजेंट काटा काटता है तो उसकी सूचना तुरंत दें, ताकि उसके खिलाफ कार्रवाई की जा सके।