फिल्म जगत का गुरुदेव के साथ आध्यात्मिक संवाद
हिसार,
आर्ट ऑफ़ लिविंग द्वारा तकनीक का सदुपयोग करते हुए ऑनलाइन मेडिटेशन एंड ब्रेथ वर्कशॉप का आयोजन किया गया। ऑनलाइन वर्कशॉप का संचालन संयुक्त रूप से सुमेरु संध्या स्टेट कॉर्डिनेटर नीरज गुप्ता एंव हरियाणा स्टेट टीचर्स कॉर्डिनेटर राजीव मेहता ने किया।
नीरज गुप्ता ने बताया कि श्री श्री रविशंकर कहते है कि इस लॉकडाउन में जब हम बाहर नहीं जा सकते तो यह समय है अपने अंदर जाने का। गुरुदेव प्रतिदिन दो समय-दोपहर एवं शाम, पूरे विश्व को तकनीक का सदुपयोग करते हुए ऑनलाइन ध्यान करवाते हैं। उन्होने बताया कि 6 से 9 मई के बीच फ़िल्म जगत के प्रख्यात व्यक्तित्व,जिनमें राजकुमार हिरानी, सोनाक्षी सिन्हा, कपिल शर्मा, एकता कपूर और संजय दत्त शामिल हैं, ‘हार्ट टू हार्ट विद श्री श्री रविशंकर’ श्रृंखला में नजर आएंगे। उन्होने बताया कि श्री श्री रविशंकर और प्रमुख प्रोड्यूसर एवं डायरेक्टर करण जौहर के बीच भली—भांति स्वीकार्य एवं हार्दिक परस्पर संवाद, जो हार्ट टू हार्ट श्रृंखला का हिस्सा है, के पश्चात बहुत सारी फिल्में बनाने वाले एक अन्य फिल्म निर्माता राजकुमार हिरानी 5 मई को शाम पांच बजे गुरुदेव के साथ एक व्यावहारिक, सरस, गहन और सकारात्मक परस्पर संवाद करेंगे।
श्रृंखला के प्रस्तुतकर्ता महावीर जैन ने कहा कि फिल्म जगत के लोग विभिन्न विषयों पर संवाद करेंगे, जैसे-आज के कठिन समय में वन, रिश्ते, समग्रता, अपनापन, परिवार, प्रेम, सफलता, शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य, तनाव, हानि, आध्यात्म, आशा और साहस। ये वार्ताएं फिल्म उद्योग के सोशल मीडिया इंटरफेस के साथ आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन के चेंज विद इन अभियान का हिस्सा हैं। इस श्रृंखला का उद्देश्य 140 देशों के 10 करोड़ से अधिक दर्शकों तक पहुंचना है, ताकि इस समय में इंडिया इंस्पायर्स के तहत मनुष्य की आत्मा का उत्थान किया का सके। मार्च महीने की शुरुआत में फिल्म और टीवी जगत के कई मुख्य सदस्यों ने आर्ट ऑफ लिविंग और इसके सहयोगी संस्थान इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर ह्यूमन वैल्यूज के साथ देश भर में दैनिक श्रमिकों की मदद करने के लिए हाथ मिलाया, जो आई स्टैंड विद ह्यूमैनिटी अभियान का हिस्सा है।
नीरज गुप्ता ने बताया कि लॉकडाउन के समय लोगों में बढ़ते अवसाद को कम करने में ऑनलाइन हैप्पीनेस प्रोग्राम बहुत कारगर सिद्ध हो रहा है। इस दौरान प्रतिभागियों ने योगासन, प्राणायाम, ध्यान के साथ साथ श्वासों पर आधारित तकनीक सुदर्शन क्रिया का अनुभव किया। ऑनलाइन मेडिटेशन एंड ब्रेथ वर्कशॉप के प्रतिभागियों ने कार्यक्रम के समापन पर अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि सुदर्शन क्रिया करने के बाद उन्हे अनावश्यक मानसिक व्रतियों से मुक्ति मिली है। वह पहले से और अधिक ऊर्जावान और स्वस्थ शरीर का अनुभव कर रहे है। आर्ट आफ लिविंग द्वारा अगला ऑनलाइन मेडिटेशन एंड ब्रेथ वर्कशॉप 10 से 13 मई तक सुबह-शाम को होगा।