वर्तमान में और ज्यादा प्रासंगिक हो रही भगवान बुद्ध की सीख
फतेहाबाद,
समाजसेविका रेखा शाक्य ने भगवान बुद्ध के अनुयायियों को बुद्ध पूर्णिमा की मंगल-कामनाएं देते हुए कहा कि भगवान बुद्ध ने लोगों को सेवा करने की सीख दी। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब दुनिया में कोरोना को लेकर उथल-पुथल है, कई बार दुख-निराशा-हताशा का भाव बहुत ज्यादा दिखता है, तब भगवान बुद्ध की सीख और भी प्रासंगिक हो जाती है।
लॉकडाउन की वजह से रेखा शाक्य ने शाक्य मुनि भगवान गौतम बुद्ध पूर्णिमा, बुद्ध की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर, बुद्ध वंदना की व दीप प्रज्वलित करके अपने घर मे ही बुद्ध पूर्णिमा मनायी। रेखा शाक्य ने बताया कि भगवान बुद्ध, शाक्य समाज से थे। भगवान बुद्ध ने पूरे संसार को अहिंसा, शान्ति भाईचारे व प्रेम के सन्देश के साथ—साथ यह भी सन्देश दिया था कि थक कर रुक जाना, कोई विकल्प नहीं होता। मानव को लगातार ये कोशिश करनी चाहिए कि मुश्किल हालातों पर जीत हासिल करे, उनसे बाहर निकले, आज हम सब एक कठिन परिस्थिति से निकलने के लिए लगातार जुटे हुए हैं। भगवान बुद्ध ने भारत की इस संस्कृति को और समृद्ध किया है। बुद्ध सिर्फ एक नाम नहीं है बल्कि एक पवित्र विचार भी है। बुद्ध, त्याग और तपस्या की सीमा है। बुद्ध, सेवा और समर्पण का पर्याय है। इस मुश्किल परिस्थिति में आप अपना, अपने परिवार का, जिस भी देश में आप हैं, वहां का ध्यान रखें और अपनी रक्षा करें। रेखा शाक्य ने कहा कि भगवान बुद्ध के विचार इंसान को उन्नति की ओर ले जाते हैं इसलिये बुद्ध के विचारों का अनुसरण करें और दूसरों की भी मदद करें यही सच्ची मानवता है।