हिसार,
कोरोना की मार इंसानों के साथ-साथ बेजुबान बंदरों पर पड़ी है। इस संकट की घड़ी में बंदरों, गायों व दूसरे बेजुबानों का सहारा बनी है नागरिक अस्पताल में लैब टेक्नीशियन की जिम्मेवारी संभालने वाली डा. बबली चाहर। डा. चाहर इन दिनों बलू बर्ड, सेक्टर 1/4 व तोशाम रोड सहित शहर के विभिन्न स्थानों पर बंदरों को केले, चने, रोटी व दूसरे खाद्य पदार्थ उपलब्ध करवा रही है। हिसार के नागरिक अस्पताल में अपनी ड्यूटी के बाद वे हर रोज बंदरों को चने, रोटी व दूसरे खाद्य पदार्थ खिलाती है। डा. बबली चाहर कहती है कि इस संकट काल में हम सभी को बेजुबानों की मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बेजुबानों की मदद से बढक़र दूसरा कोई पुण्य नहीं हो सकता। साथ ही उन्हें इस वक्त भोजन मिलता रहेगा तो वो सडक़ों पर आबादी क्षेत्र में भी नहीं आएंगे। डा. बबली चाहर हर रोज बंदरों को रोटी व दूसरा सामान उपलब्ध करवाने के लिए पति डा. तेजबीर चाहर के साथ जाती है।