हिसार

कोरोना की आड़ में मजदूरों व कर्मचारियों के हितों पर कुठाराघात कर रही सरकार : किरमारा

हिसार,
एक तरफ तो पूरे देश व प्रदेश में कोरोना महामारी के चलते हाहाकार मचा हुआ है, वहीं दूसरी ओर सरकार ने इस महामारी की आड़ में मजदूरी के 8 घंटे से बढ़ा कर 12 घंटे कर दिए। उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश व गुजरात में लेबर कानून में संशोधन कर मजदूरों व कर्मचारियों के हितों पर कुठाराघात किया जा रहा है।
यह बात हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ के राज्य प्रधान दलबीर किरमारा ने एक बयान में कही। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने बड़ी-बड़ी कुर्बानियां देकर कर्मचारियों व मजदूरों की ड्यूटी के 8 घंटे निर्धारित करवाए थे और 8 घंटे से अधिक ड्यूटी लेने पर ओवरटाइम की सुविधा दी गई थी, लेकिन आज देश व प्रदेश की सरकार एक साजिश के तहत कोरोना महामारी की आड़ में पूर्व की दी गई सुविधाओं से कर्मचारियों व मजदूरों को वंचित करने का प्रयास कर रही है।
राज्य प्रधान दलबीर किरमारा ने कहा कि सरकार ऐसा करके कर्मचारियों व मजदूरों के हितों की अनदेखी कर पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाना चाहती है, जिसको लेकर सभी कर्मचारी संगठनों, मजदूर संगठनों, किसानों, छात्र और महिला संगठनों को एकजुट होकर सरकार के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन शुरू करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कभी जातपात व क्षेत्रवाद के नाम पर तो कभी धर्म के नाम लोगों को आपस में लड़ा कर सत्ता हासिल कर सभी गरीब वर्ग, मध्यम वर्ग, कर्मचारी, किसान व मजदूर वर्ग को निशाना बनाकर पूंजीपतियों को ही लाभ पहुंचाया जाता है।
दलबीर किरमारा ने कहा कि जब भी देश में बड़ा संकट आता है तो एक तरफ तो किसानों व मजदूरों के खाते में 500 से 2000 रुपए डालकर उनके साथ होने का सरकार दावा करती है। वहीं दूसरी तरफ 4 घंटे अतिक्ति ड्यूटी लेकर ओवर टाइम बंद कर कर्मचारियों व मजदूरों के ऊपर आर्थिक हमले किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि किसान, कर्मचारी व मजदूरों को 12 से 16 घंटे तक लगातार कड़ी मेहनत करने के बाद भी पेट भर खाना नसीब नहीं होता है और बड़े-बड़े पूंजीपति एक उद्योग लगाकर कई-कई उद्योग स्थापित कर लेता है।
राज्य प्रधान ने कहा कि किसानों, मजदूरों, कर्मचारियों व छात्रों को अपने हितो की रक्षा करनी है तो उनको एकजुट होना होगा। यह देश मात्र 543 सांसदों व विधायकों का देश नहीं है अपितु यह किसान, मजदूर, कर्मचारी व छात्र सहित सभी वर्गों का देश है। इस देश को सुरक्षित रखने के लिए सभी को एकजुट होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस दिन इस देश व प्रदेश का किसान व मजदूर जातपात व धर्म को छोड़ कर एक हो जाएगा उस दिन उसको पूरा हक मिलेगा। इसलिए हम सभी को एकजुट होकर सरकार के जनविरोधी फैसलों का विरोध करना चाहिए ताकि हमारे वोटों से सत्ता हासिल कर हमारा शोषण करने वाले नेताओं को सबक सिखाया जा सके।

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