सिरसा,
शनिवार सुबह सिरसा के बेगू रोड स्थित एक घर पर पंजाब की अमृतसर पुलिस, एनआइए और हरियाणा पुलिस की ज्वाइंट टीम ने रेड मारी। घर से देश के बड़े नशा तस्कर रंजीत सिंह उर्फ चीता व उसके भाई गगन को पकड़ा गया है। चीता हेरोइन तस्करी के मामले में मोस्टवांटेड था। पुलिस इनके गैंगस्टरोंं से भी जुड़े होने का संदेह जता रही है। उनसे पूछताछ की जा रही है।
बताया जा रहा है कि दोनों यहां किरायेदार के रूप में रह रहे थे। यह कार्रवाई 532 किलोग्राम हेरोइन के मामले में हुई है। नशा तस्कर रंजीत सिंह उर्फ चीता देश के बड़े नशा तस्करों में शामिल है। इनके पकड़े जाने के बाद पुलिस को नशा तस्करी के बड़े गिरोह के भंडाफोड़ होने की उम्मीद है।
पंजाब पुलिस ने आशंका जताई थी कि चीता की गिरफ्तारी के समय काफी फायरिंग हो सकती है। इसके चलते हरियाणा पुलिस ने बड़ी प्लानिंग बनाई। समय कम होने के कारण SP अरुण सिंह ने सिरसा के सदर थाने में एनआइए, पंजाब पुलिस और सिरसा के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में फुलप्रूफ प्लान के लिए एक घंटे कड़ी मशक्कत की। बिना किसी नुकसान के आरोपितों को पकड़ने की जिम्मेदारी सिरसा के डीआइजी डॉ. अरुण सिंह को दी गई। उन्होंने सुरक्षा कवच को दोहरा रूप दिया, ताकि कहीं कोई भी परेशानी न आए। इसके बाद ऑपरेशन शुरू हुआ। घर के ऊपर बने कमरों में सो रहे चीता व उसके भाई गगनदीप को पकड़ लिया। सबसे बड़ी बात तो यह रही कि इस दौरान पुलिस को सिंगल फायर करने की भी आवश्यकता नहीं पड़ी। कूलर के चलने के कारण घर में मौजूद किसी भी सदस्य को पुलिस कार्रवाई का पता ही नहीं चला। पुलिस जब चीता और गगन को गिरफ्तार कर चुकी थी तो घर के सदस्यों को पुलिस रेड का पता चला।
सूत्रों के मुताबिक इन नशा तस्करों के आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन से भी संबंध हो सकते हैं। पुलिस पूछताछ में इस संबंध में बड़ा खुलासा हो सकता है। बता दें, हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी हिलाल अहमद वागे के दो और साथियों जसवंत सिंह व रंजीत सिंह को थाना सदर पुलिस ने शुक्रवार दोपहर गुरदासपुर से गिरफ्तार किया था। दोनों आरोपितों के मोबाइल नंबर हिलाल व इससे पहले पकड़े गए विक्रम सिंह उर्फ विक्की और मनिंदर सिंह उर्फ मनी के मोबाइल से मिले थे।
जांच में सामने आया है कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा का हिलाल अपने आका रियाज अहमद नायकू के इशारे पर पंजाब में नशा तस्करों के संपर्क में था। पाकिस्तान से आने वाली हेरोइन और हथियारों की खेप ठिकाने लगाने के बाद उनकी पेमेंट अपने संगठन तक पहुंचाता था।
रंजीत सिंह उर्फ चीता छह भाई हैं। तीन पहले ही जेल में है। रंजीत टेररिस्ट फंडिंग का काम करता था। देश की सबसे बड़ी हेरोइन 532 किलोग्राम तस्करी के मामले में मोस्टवांटेड रहा है। पंजाब में उस पर 10 मुकदमे चल रहे हैं। वह सिरसा में अपने साढू की आइडी पर मकान किराये पर लिया हुआ था। साढू को भी सिरसा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास से कुछ मात्रा में चूूरापोस्त मिला है। रंजीत व उसके भाई गगन को पंजाब पुलिस ले गई है और वहींं उससे इन्वेस्टिगेशन होगी। जांच टीम ने रणजीत के पिता हरभजन, पत्नी परमजीत, भाई की बहू पूजा और एक बच्ची को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। एनआईए टीम रणजीत और उसके भाई गगनदीप को फिलहाल अमृतसर लेकर गई है, जहां इन्हें अदालत में पेश कर इन्हें रिमांड पर लिया जाएगा। रिमांड के दौरान पुलिस को कुछ बड़े अंतरराष्ट्रीय स्तर के खुलासे होने की उम्मीद है।
बता दें कि 29 जुलाई 2019 को कस्टम ने पाकिस्तान के रास्ते आए नमक की खेप से 532 किलो हेरोइन तथा 52 किलो अन्य नशीला पदार्थ बरामद किया था। यह नमक अफगानिस्तान से आया था और हेरोइन को बोरियों में छिपाया गया था। नमक की यह कन्साइनमेंट अमृतसर के एक व्यापारी ने मंगवाई थी। इंटरनेशनल मार्केट में पकड़ी हेरोइन की कीमत 2700 करोड़ रुपये आंकी गई थी। यह खेप आज तक देश में पकड़ी गई हेरोइन की तमाम खेप में से सबसे बड़ी थी। यह मामला चंडीगढ़ की एनआईए कोर्ट में चल रहा है। इस मामले में पुलिस ने रंजीत उर्फ चीता को भी आरोपी बनाया हुआ था। रंजीत पिछले काफी समय से फरार चल रहा था। पुलिस और एनआईए लगातार उसकी तलाश कर रही थी। आरोप है कि रंजीत के संपर्क पाकिस्तान के आतंकी संगठनों से भी हो सकते हैं।