कोरोना वायरस से पीडि़त व्यक्क्तियों एवं एमरजेंसी केस के लिए रक्तदान किया युुवाओं ने
हिसार,
सामाजिक कार्यकर्ता एवं रक्तदाता सरदानंद राजली ने कहा है कि कोरोना महामारी के चलते रक्तदान शिविर लगने कम हो गये हैं। इसी के चलते विभिन्न ब्लड बैंकों में रक्त की कमी हो गई है, जिससे किसी जरूरतमंद के परिजनों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसी के चलते राजली गांव के युवाओं ने सोशल डिस्टेंश का ध्यान रखते हुए 67 यूनिट रक्तदान किया।
सरदानंद राजली ने बताया कि हर दूसरे-तीसरे दिन हमारी युवा टीम के साथी सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए रक्तदान करके लोगों की मदद कर रही है। राजली गांव के युवा साथियों ने एक अनोखी पहल करते हुए कहा है कि मानवता ही सबसे बड़ा धर्म है। रक्तदान कर किसी की जिंदगी बचाई जा सकती है और यह सच्ची मानव सेवा है। सरदानन्द राजली खुद 56 बार रक्तदान कर चुके है और कोरोना की दवाई में मनुष्य शरीर शोध प्रशिक्षण के लिए अपना शरीर देने की घोषणा कर चुके है। मरणोपरांत आंखें एवं शरीर दान का भी वे संकल्प ले चुके हैं।
सरदानंद राजली ने बताया कि गांव राजली में पिछले 7 वर्षों से रक्तदान के जरिए जरूरतमंद व्यक्तियों को रक्त उपलब्ध करवाया जा रहा हैं। कोई भी एमरजेंसी केस को रक्त की जरूरत पड़ती है तो ब्लड डॉनर गु्रप राजली के युवा साथी हर समय तैयार रहते है। आज कोरोना वायरस महामारी के चलते देश के सभी ब्लड बैंकों में रक्त की कमी आई हुई है। रक्तदान शिविर नहीं लग पा रहे हैं जिससे ब्लड बैंक में खून की भारी कमी हो रही है जिसके चलते गांव राजली के युवा साथियों ने मिशन चलाया हुआ है कि एमरजेंसी में किसी को भी रक्त की जरूरत पड़े तो गांव राजली के युवा साथी हर समय तैयार मिलेंगे। उन्होंने कहा कि आज सोशल मीडिया का जमाना है, फेसबुक और व्हाट्सएप गु्रप पर भी सूचना मिलते ही ब्लड डॉनर ग्रुप राजली की युवा टीम के साथी एक घंटे के अंदर तुरंत पहुंच जाते हैं। किसी को भी, किसी समय ब्लड की ज़रूरत पड़े तो गांव राजली के युवा साथी हमेशा तैयार रहते है। इसके लिए मोबाइल नंबर 9416319388 पर संपर्क किया जा सकता है।