गुरुग्राम,
मेदांता मेडिसिटी अस्पताल प्रोजेक्ट मामले में गड़बड़ी को लेकर गुरुग्राम पुलिस ने शनिवार को सीएमडी डॉ. नरेश त्रेहन सहित कई अन्य लोगों व कंपनियों के खिलाफ भ्रष्टाचार व मनी लॉड्रिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। आरटीआई कार्यकर्ता रमन शर्मा की याचिका पर अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश अश्वनी कुमार की अदालत ने पुलिस को 24 घंटे के भीतर मामला दर्ज करने का आदेश दिया था, जिस पर पुलिस ने कार्रवाई की। सहायक पुलिस आयुक्त (सदर) अमन यादव ने एफआईआर की पुष्टि करते हुआ कहा कि जल्द ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
आरटीआई कार्यकर्ता रमन शर्मा ने बताया कि उन्होंने जून-2019 में मेदांता मेडिसिटी प्रोजेक्ट को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) में शिकायत दी थी। इसके बाद ईडी ने हरियाणा पुलिस के पास जांच भेज दी थी। आरटीआई कार्यकर्ता के मुताबिक इस मामले में गुरुग्राम पुलिस की ओर से कार्यवाही नहीं किए जाने पर तीन दिन पहले अदालत का दरवाजा खटखटाया था।
आरोप है कि मेदांता का एक हजार करोड़ का प्रोजेक्ट 2009 में पूरा होना था। प्रोजेक्ट में अस्पताल बनाने के साथ ही मेडिकल कॉलेज, रिसर्च सेंटर, नर्सिंग स्टाफ के लिए क्वार्टर, मरीजों के रिश्तेदारों के लिए गेस्ट हाउस सहित कई सुविधाएं विकसित की जानी थी, लेकिन नियमों को ताक पर रखकर प्रोजेक्ट में केवल अस्पताल बनाकर छोड़ दिया गया। यही नहीं, प्रोजेक्ट पूरा करने की बजाय यहां से कमाकर दूसरे प्रदेशों में इसका फंड लगाया गया।