जींद हरियाणा

मां-बाप को ओल्ड ऐज सैंटर में छोडऩे वालों के लिए सबक बनेगी फिल्म

जींद के बॉबी ने लॉकडाउन में की मिशाल कायम, घर बैठे की “खुशियां अधूरे आंचल की” फिल्म रिलिज

जींद, (सुरेन्द्र कुमार)।
कोरोना वायरस के चलते देश में गंभीर हालत है। हर व्यक्ति अपने काम-धंधे छोड़कर अपने घरों में कैद रहने को मजबूर है। मगर कुछ लोग ऐसे भी है जिन्होने घर बैठे अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। ऐसा ही एक उदहारण जींद के स्टार बॉबी कुमार ने पेश किया है। लॉकडाउन के कारण जहां पूरी फिल्म इंडस्ट्री बंद है वहीं जींद के बॉबी कुमार ने घर बैठे ओटीटी प्लेटफॉर्म पर फिल्म खुशियां अधूरे आंचल की रिलीज कर दी। जींद के बॉबी पिछले करीब 20 साल से मुंबई में रह रहे है। उन्होने अग्रिपथ, प्यार मे ऐसा होता है जैसी बड़े पर्दे की हिंदी फिल्मों के अलावा कई भाषाओं की बड़ी फिल्मों में काम किया है। इसके अलावा बॉबी ने जोधा अकबर, इस प्यार को क्या नाम दूं, डर की सच्ची तस्वीरें, कहां हम-कहां तुम जैसे बउ़े टीवी सीरियलों में बखूबी रोल अदा किया।  

अपने बूते बनाई गई बॉबी कुमार की “खुशियां अधूरे आंचल की” फिल्म आज हमारे देश में जो मां-बाप ओल्ड हो गए है या जिनके बच्चों ने उन्हें ओल्ड ऐज होम में छोड़ दिया है उनके लिए एक उम्मीद की किरण दिखाई है। साथ ही साथ उनमे भी जिनके मां बाप नहीं है उन बच्चों को भी एक रोशनी दी है इस शार्ट फिल्म के माध्यम सेे बॉबी ने मां-बाप को बच्चों का प्यार और बच्चों को मां-बाप का प्यार मिले, कैसे मिले ऐसा करने का एक अनूठा उदहारण पेश किया है। यह फिल्म का निर्माण एलजीबीटी कम्युनिटी सम्मान के लिए भी एक अच्छी पहल है कि ये भी हमारे समाज का ही हिस्सा है और ये लोग भी समाज में रहकर प्यार और सम्मान के उतने ही हकदार है जितने की आम लोग। अपने बूते बनाई गई “खुशियां अधूरे आंचल की” की ये शॉर्ट फिल्म देख कर ऐसा लगता है जैसे हम श्याम बेनेगल जी की कोई फिल्म देख रहे हो। सिनेमा के लिहाज से ये बॉबी कुमार का ये एक उत्तम प्रयास है। लॉकडाउन में कई फिल्मों की रिलीज ओटीटी प्लेटफॉर्म पर हो रही है। इस बीच शॉर्ट फिल्म “खुशियां अधूरे आंचल की” की भी ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हो चुकी है। एसबी एंटरटेनमेंट के बैनर तले बनी फिल्म के निर्माता-निर्देशक बॉबी कुमार है जबकि फिल्म खुशियां अधूरी आंचल की को पिछले दिनों 70एमएम फिलिक्स पर रिलीज किया गया फिल्म में बॉबी कुमार दर्शन पंड्या, गोरी चटर्जी, कविता संतोष, अनिल भालेराव, लक्ष्मी दान शा, गजल शेख, साज अब्राहम, अनुराधा शर्मा, सपना, राजीव मेकाले, बाल कलाकार साहनी पिंकी आदि ने मुख्य भूमिका निभाई है।
संर्घष का जीवन रहा है बॉबी कुमार का
जींद के बॉबी कुमार का जीवन बहुत ही संघर्षपूर्ण व्यतीत हुआ है। बहुत ही गरीब परिवार में जन्में बॉबी करीब 20 साल पहले मुंबई में काम की तलाश में गए थे। बॉबी ने स्थानीय स्टेज शो में कम उम्र में अभिनय करना शुरू किया। वर्ष 2002 में, उन्होंने दक्षिण भारतीय सिनेमा में अभिनय करियर शुरू किया, जहां वह एक जूनियर कलाकार के रूप में काम करते थे। उन्होंने 2005 में बॉलीवुड फिल्म शबनम मौसी में बैकग्राउंड डांसर के रूप में एक छोटे से टमटम के साथ शो व्यवसाय में प्रवेश किया। अभिनेता ने अग्निपथ (2012) में विमला के रूप में अपनी भूमिका के साथ प्रसिद्धि हासिल की। अभिनेता ने टेलीविजन और फिल्मों में विभिन्न आवर्ती और अतिथि अभिनय किया है। उनके अन्य उल्लेखनीय कार्य क्रेडिट में शामिल हैं कहां हम-कहां तुम (स्टार प्लस पर प्रसारित टीवी धारावाहिक), जोधा अकबर (जी टीवी पर प्रसारित टीवी नाटक) शामिल हैं। उनका निर्देशन पहली फिल्म ‘ब्रीड’ है, जो 2020 में रिलीज होने वाली ट्रांसजेंडर आधारित फिल्म है।

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