निगम कार्यालय के बाहर सांझा मोर्चा के अध्यक्ष का धरना लगातार जारी
हिसार,
नगर निगम कार्यालय के बाहर सांझा मोर्चा के अध्यक्ष अनिल महला का धरना जारी है। वे गत 22 जून सेे निगम कार्यालय के समक्ष धरने पर बैठे हैं और उनकी मांग है कि निगम क्षेत्र से अवैध कब्जे व अतिक्रमण हटवाया जाए लेकिन अधिकारी उनकी बात को सुनने की बजाय उन्हीं के खिलाफ दुष्प्रचार में लगे हैं।
सोमवार को धरने पर बैठे अनिल महला ने कहा कि निगम के अधिकारी पूरी तरह से संवेदनहीन हो चुके है। निगम अधिकारियों को रेहड़ी वाले की रेहड़ी को गलत जगह पर खड़ी नजर आ जाती है लेकिन अवैध कब्जे व अतिक्रमण कहीं नजर नहीं आता। वास्तव में अधिकारियों के संरक्षण में बहुत से प्रभावशाली लोगों ने शहर में अवैध कब्जे व अतिक्रमण कर रखे हैं, इसलिए अधिकारी चाहकर भी इनको हटवा नहीं पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं कियाा जाएगा, तब तक उनका धरना जारी रहेगा, चाहे इसके लिए उन्हें कोई भी कुर्बानी क्यों न देनी पड़े। उन्होंने कहा कि 22 जून से हर कार्यदिवस को दिये जा रहे उनके धरने के बावजूद नगर निगम आयुक्त व अन्य निगम अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही। जिला प्रशासन द्वारा भी इस तरफ ध्यान नहींं दिया जा रहा, जिससे लगता है कि प्रशासन भी निगम अधिकारियों व कर्मचारियों का बचाव कर रहा है। उन्होंने कहा कि बच्चों की श्मशान पर अवैध दुकाने हटाने के 9/4/2018 के आदेश के बावजूद व 22 जून से लगातार धरना देने के वावजूद अवैध दुकानें न हटाने का कारण कही बच्चों के शवों से छेड़छाड़ व उन्हें खुर्द/बुर्द करने की साजिश तो नहीं है। यदि ऐसा नहीं होता तो इसके अलावा कोई कारण नहीं है जो बच्चों की श्मशान को समतल नहीं कर रहे हैं।
सोमवार को अनिल महला के समर्थन में धरने पर बृजलाल, वीरेन्द्र नरवाल, राजेन्द्र जागलाल, सुमेर शर्मा, अजय अरोड़ा, राकेश कुमार, ऋषि खटकड़, सुभाष, कृष्ण, हवासिंह, दुनीचंद, राममेहर आदि भी बैठे और मांगों को सही बताया।