फतेहाबाद (साहिल रुखाया)
केंद्र सरकार के खेती-किसानी से जुड़े तीन अध्यादेशों के खिलाफ फतेहाबाद व्यापारी और किसान आज सड़कों पर उतरे। ट्रैक्टरों पर सवार होकर किसानों ने सरकार विरोधी नारेबाजी की। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार अध्यादेश लाकर अनाज मंडियों को समाप्त करना चाहती है और बड़े घरानों को फायदा पहुंचाना चाहती है, जिसको किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। इसके लिए चाहे उन्हें अपनी जान भी क्यों ना कुर्बान करनी पड़े। उन्होंने सरकार से तीनों आध्यादेश को वापस लेने की मांग उठाई है।
भड़के व्यापारियों ने आज लघु सचिवालय पहुंचकर प्रशासन को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। व्यापारियों के साथ किसान भी मौजूद थे व्यापारी और किसान ट्रैक्टर लेकर लघु सचिवालय पहुंचे थे। व्यापारियों ने सचिवालय पहुंचकर नारेबाजी भी की। व्यापार मंडल फतेहाबाद के प्रधान सुभाष मुंजाल ने मुख्यमंत्री के नाम एडीसी को ज्ञापन सौंपा।
मीडिया से बातचीत करते हुए सुभाष मुंजाल ने बताया कि सरकार द्वारा कंपनियों व व्यापारियों को मंडी के बाहर खरीद की छूट दे दी गई है। वहीं मार्केट बोर्ड को भी भंग किया जा रहा है। इसके चलते व्यापारी और मजदूर सड़क पर आ जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों और व्यापारियों के मजबूत ढांचे को तोड़ने का प्रयास कर रही है।
सुभाष मुंजाल ने कहा कि अगर सरकार द्वारा नहीं जारी अध्यादेश को तुरंत वापस नहीं लिया गया तो व्यापारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे और इसको लेकर बड़ा आंदोलन करेंगे। सुभाष मुंजाल ने कहा कि सरकार द्वारा गेहूं की खरीद के समय भी व्यापारियों को बहला कर खरीद कार्य करवा दिया गया लेकिन व्यापारियों को उनका कमीशन अभी तक सरकार द्वारा नहीं दिया गया। जो कि व्यापारियों के साथ सरासर ज्यादती है।