निगम ने पहली बारे अवैध कब्जा हटाने के लिए मांगा ठेकेदार, मंडल आयुक्त व उपायुक्त से की संयुक्त आयुक्त की भूमिका की जांच की मांग
हिसार,
नगर निगम कार्यालय के बाहर अवैध कब्जे व अतिक्रमण हटवाने की मांग पर धरने पर बैठे सांझा मोर्चा के अध्यक्ष अनिल महला ने निगम अधिकारियों पर अवैध कब्जे व अतिक्रमण करने वालों को बचाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि प्रभावशाली कब्जाधारी भी स्थानीय है और निगम के कुछ अधिकारी भी स्थानीय है, इसलिए स्थानीय होने व भ्रष्टाचार की आड़ में पूरा खेल चल रहा है।
धरने पर बैठे अनिल महला ने कहा कि वास्तव में अधिकारियों की मिलीभगत व उनकी छत्रछाया में भी शहर में अवैध कब्जे व अतिक्रमण पनप रहे हैं। अधिकारियों के मौन रहने का कारण क्या है, ये तो वे खुद जानते हैं लेकिनन कब्जाधारी सरेआम दावा करते हैं कि निगम के अधिकारी व कर्मचारी सिक्कों की खनक पर नाचते हैं। उन्होंने कहा कि नगर निगम आयुक्त की ओर से एक विज्ञापन जारी किया गया है, जिसमें अवैध कब्जे हटवाने के लिए ठेकेदार मांगा गया है। ऐसा करके निगम अधिकारियों ने आईएएस अफसरों का मजाक उड़ाया है। आज तक जितने भी अवैध कब्जे व अतिक्रमण हटाने का काम हुआ वह या तो प्रशासन ने किया या निगम ने लेकिन ठेकेदार मांगने का काम पहली बार किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि नगर निगम कमिश्नर की आड़ लेकर सयुंक्त आयुक्त ने ये विज्ञापन छपवाया है। इस संबंध में उन्होंने मंडल आयुक्त व उपायुक्त को मेल भेजकर सयुंक्त आयुक्त की जांच की मांग की है।
उधर, अनिल महला के लगातार चल रहे धरने को शहरवासियों का भी समर्थन मिल रहा है। आज उनके धरने पर रामकुमार अलीशेर, जयराम चावला, कृष्ण कुमार कुंडू, वीरसिंह सिहाग, पवन कुमार, नरेन्द्र कुमार, सचिन कुमार सैनी, रामकुमार सैनी, ऋषि खटकड़ व मनीष शर्मा सहित अनेक ने धरने पर पहुंचकर उनकी मांगों को जायज बताया।