हिसार

आदमपुर को नगर पालिका बनाने को लेकर मतभेद आए सामने, आदमपुर गांव ने किया शामिल होने से मना

आदमपुर (अग्रवाल)
आदमपुर को नगर पालिका बनाने को लेकर गोपीराम धर्मशाला में रविवार को बैठक आयोजित की गई। बैठक में ग्राम पंचायत, व्यापार मंडल, आदर्श युवा क्लब, जनेसवा समिति, भाजपा, कांग्रेस, जजपा व इनेलो के कार्यकर्ता तथा अनेक जनप्रतिनिधि शामिल हुए।

बैठक को संबोधित करते हुए मंडी आदमपुर के सरपंच सुभाष अग्रवाल ने कहा कि इसके लिए मतदान करवा लिया जाए अगर मंडी आदमपुर व जवाहर नगर के लोग सहमत होते है तो नगरपालिका बनाने में आदमपुर मंडी की ग्राम पंचायत उनके साथ है।

भाजपा नेता मुनीष ऐलावादी ने नगरपालिका बनने पर होने वाले फायदों से अवगत करवाते हुए कहा कि नगरपालिका बनने के बाद मंडी आदमपुर शहर विकास प्राद्यिकरण शामिल होने से सफाई व सीवरेज व्यवस्था सुचारू रूप से चल पाएगी तथा हर वार्ड में विकास कार्य के साथ-साथ सफाई कर्मचारियों की संख्या भी 4 से बढ़कर कम से कम 40 हो जाएगी। उन्होंने कहा कि उनका पूरा प्रयास रहेगा कि आदमपुर को सरकार नगरपालिका का दर्जा दे।

व्यापार मंडल प्रधान लीलाधर गर्ग, जिला पार्षद रामप्रसाद गढ़वाल, राजकुमार जांगड़ा, नरसी ज्याणी, राजकुमार खिच्चड़, राजेंद्र सारंगपुरिया, उग्रसेन ऐंचरा, रामचंद्र झूरिया, जेपी पाहवा सहित कस्बे के अनेक लोगों व पंचायत सदस्यों ने नगरपालिका बनाने के पक्ष में अपने विचार रखें एवं कहा कि नगरपालिका बनने से निश्चितरूप से फायदा होगा।

वहीं गांव आदमपुर के सरपंच अंतर सिंह, पूर्व सरपंच कृष्ण सेठी, पालाराम करीर, पंचायत समिति सदस्य नरषोत्तम मेजर आदि ने कहा कि अगर आदमपुर गांव को छोड़कर नगरपालिका बनती है तो उन्हें कोई ऐतराज नही है वे नगरपालिका में गांव आदमपुर को शामिल करने के पक्ष में नही है।

इसके अलावा कांग्रेसी नेता भूपेंद्र कासनिया ने कहा कि नगरपालिका बनने से कोई फायदा होने वाला नही है क्योंकि इससे जहां लोगों को हाऊस टैक्स देना हो वहीं मकान बनाने के लिए नक्शा पास करवाने के लिए भी काफी पैसे खर्च करने पड़ेंगे। उन्होंने सिवानी, उकलाना, बरवाला, भूना का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां का बुरा हाल देखकर स्पष्ट हो जाता है कि यहां नगरपालिका होने के बावजूद लोग अनेक समस्याओं से जूझ रहे है।

कुछ लोगों ने कहा कि नगरपालिका व उपमंडल बनाने के लिए विधायक व सतारूढ़ दल के नेताओं से संपर्क कर मुख्यमंत्री के समक्ष नगरपालिका या उपमंडल की मांग रखनी चाहिए। इस मौके पर ताराचंद बुडाकिया, विनोद वर्मा, विजय सिगड़, रामरत्न बिश्नोई, कृष्ण गोयल, कृष्ण छिंपा, पवन बंसल, सचिन मित्तल, कृष्ण, सुंदर, विजयपाल, रमेश आदि मौजूद रहे।

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