सांझा मोर्चा के अध्यक्ष का ऐलान, जब तक अधिकारी नहीं चेतेंगे, जारी रहा आंदोलन
हिसार,
नगर निगम में फैले भ्रष्टाचार पर रोक लगाने, निगम की जमीन से अवैध कब्जे व अतिक्रमण हटवाने की मांग पर तथा निगम अधिकारियों की संवेदनहीनता के खिलाफ सांझा मोर्चा के अध्यक्ष अनिल महला का धरना लगातार जारी है। गत 22 जून से हर कार्यदिवस धरने पर बैठे अनिल महला को अब तक 30 कार्यदिवस हो चुके हैं लेकिन अभी तक निगम अधिकारियों ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया है।
धरने पर बैठे अनिल महला ने कहा कि 22 जून से उनका धरना जारी है और यह तब तक जारी रहेगा, जब तक नगर निगम के अधिकारी नींद से जागकर अपनी ही जमीन से अवैध कब्जे व अतिक्रमण हटवाना शुरू नहीं करते। उन्होंने कहा कि 9 अप्रैल 2018 को तत्कालीन नगर निगम आयुक्त ने बच्चो की श्मशान भूमि से दुकानें गिराने का आदेश दिया था लेकिन इसके बावजूद दुकानें नहीं गिराई गई। अक्तूबर 2018 को उपायुक्त को धरने की चेतावनी दी गई तो उन दुकानों का लेंटर गिराया गया। उन्होंने कहा कि 9 अप्रैल 2018 के आदेशानुसार 4 दिन के बाद नगर निगम बिना सूचना दिए कार्यवाही कर सकता है परंतु दो वर्ष से अधिक का समय बीत जाने के बावजूद भी नगर निगम के अधिकारी अभी भी दुकानें नही गिरवा रहे। ऐसे में जिला प्रशासन व नगर निगम प्रशासन जनता को जवाब दें कि आखिर ऐसी कौन सी अदृश्य शक्ति है जो निगम अधिकारियों को कार्रवाही नहीं करने दे रहे हैं। धरने के दौरान शहर के अनेक लोगों ने आज उन्हें समर्थन दिया।
धरने पर अपनी मांगे दोहराते हुए अनिल महला ने कहा कि चंदूलाल गार्डन में सडक़ पर 8 फुट का कब्जा है, जिसे हटाया नहीं जा रहा जबकि ये टीपीसी 4 के तहत कालोनी है व इसका नक्शा वे तत्कालीन एमई सुरेश गोयल को दे चुके हैं, जो उन्होंने गायब कर दिया। खास बात ये है कि उनकी शिकायतों के बाद अवैध कब्जे निर्मित हुए हैं। इसके अलावा उनकी मांग है कि बच्चों की शमशान घाट की अवैध कब्जे की दुकानों का मलबा हटवाकर उसे समतल करवाया जाए। उन्होंने कहा कि हिसार में सभी होटलों, बेंक्वेंट हाल व अन्य कमर्शियल शोरूमों की पार्किंग कहीं नहीं है, इनकी पूरी जांच करवाकर जिम्मेवार अधिकारियों पर कार्रवाही की जाए व बिना पार्किंग कमर्शियल गतिविधियों पर रोक लगाई जाए, पुरानी सब्जी मंडी चौक के पास से सरकारी भूमि से अवैध कब्जा हटवाया जाए।