बेरूत,
लेबनान की राजधानी बेरूत में मंगलवार को दो बड़े विस्फोट हुए जिसमें बंदरगाह का एक बड़ा हिस्सा और कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं। इसमें 78 से अधिक व्यक्तियों की मौत हो गई और 3700 लोग घायल हो गए। लेबनान के प्रधानमंत्री हसन दिएब ने कहा है कि यह विस्फोट 2750 टन अमोनियम नाइट्रेट से हुआ था। धमाका इतना तेज था कि आस-पास सब तरफ आग लग गई, कारें पलट गईं और लोगों के घरों में खिड़की-दरवाजों के शीशे टूट गए।
लेबनान के सामान्य सुरक्षा के प्रमुख अब्बास इब्राहिम ने कहा कि हो सकता है कि धमाका अत्यधिक विस्फोटक सामग्री से हुआ हो, जिसे कुछ समय पहले एक जहाज से जब्त किया गया था और बंदरगाह पर रखा गया था। स्थानीय टेलीविजन चैनल एलबीसी ने कहा कि यह सामग्री सोडियम नाइट्रेट थी और यही बात अब लेबनान के पीएम भी कह रहे हैं।
This is, indeed, a HUGE blast! Hopefully nobody got hurt!#BeirutExplosion #LebanonExplosion
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— RT (@RT_com) August 4, 2020
अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट के कई घंटे बाद भी एंबुलेंस घायलों को अस्पताल पहुंचा रही हैं। वहीं सेना के हेलीकॉप्टर पोर्ट पर लगी आग को बुझाने में मदद कर रहे हैं। इस विस्फोट से आग लग गई, कारें पलट गईं और खिड़कियों और दरवाजें के शीशे टूट गए।
बताया गया है कि ऐसे दो धमाके यहां हुए हैं जिनमें से एक पोर्ट इलाके में और एक शहर के अंदर हुआ है। ये धमाके इतने जोरदार थे कि लगभग पूरे शहर की इमारतों को नुकसान पहुंचा है। शहर की गलियों में धुआं घुस गया है। करीब 15 मिनट के अंतराल पर एक के बाद एक दो धमाके होने से सुरक्षा पर सवाल भी खड़ा हो गया है।