महला की अधिकारियों को चुनौती, मांगों पर कार्रवाही करें या धरने को गलत साबित करें
हिसार,
नगर निगम में फैले भ्रष्टाचार पर रोक लगाने, निगम की जमीन से अवैध कब्जे व अतिक्रमण हटवाने की मांग पर तथा निगम अधिकारियों की संवेदनहीनता के खिलाफ सांझा मोर्चा के अध्यक्ष अनिल महला का धरना बुधवार को 47वें कार्यदिवस को भी जारी रहा। वे यहां पर 22 जून से हर कार्यदिवस को धरना दे रहे हैं।
धारने पर बैठे अनिल महला ने नगर निगम के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने, भ्रष्ट लोगों के दबाव में काम करने तथा जनसमस्याओं पर ध्यान न देने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अधिकारी न केवल भ्रष्ट व प्रभावशाली लोगों के दबाव में काम कर रहे हैं बल्कि खुद भी भ्रष्टाचार में लिप्त है। यदि ऐसा नहीं होता तो उनकी ऐसी कोई मांग नहीं है, जिसे पूरा न किया जा सके। उन्होंने अधिकारियों को चुनौती दी कि वे उनकी किसी भी मांग को या तो गलत साबित करके दिखाए या फिर मांगे सही होने की हालत में उन्हें अविलंब लागू करे। उन्होंने कहा कि निगम अधिकारी दोगली चाल चल रहे हैं। आए दिन जनसमस्याएं दूर करने का ढिंढोरा पीटने वाले अधिकारी खुद समस्या बने हुए हैं। सरकार के आदेशों के बावजूद निगम अधिकारी अवैध कब्जे व अतिक्रमण नहीं हटवा पा रहे हैं, जो साबित करता है कि अधिकारियों पर कितना दबाव है।
उधर, धरने पर बैठे अनिल महला के समर्थन में शहर की अनेक संस्थाओं व नागरिकों ने धरनास्थल पर पहुंचकर समर्थन दिया। सभी ने एक सुर में कहा कि सांझा मोर्चा के अध्यक्ष ने जो मांगे उठाई है, वे एकदम सही है और नगर निगम प्रशासन को इस तरफ तुरंत ध्यान देना चाहिए। अनिल महला ने समर्थन देने आए सभी संगठनों व नागरिकों का आभार जताया और कहा कि नागरिकों द्वारा दिए जा रहे सहयोग व हौंसले की बदौलत ही वे आज अपने मोर्चे पर डटे हैं। उन्होंने कहा कि उनका धरना तब तक जारी रहेगा, जब तक नगर निगम के अधिकारी इस तरफ ध्यान नहीं देते।