आदमपुर(अग्रवाल)
गांव कोहली के सरकारी स्कूल में रविवार को हुए शिलान्यास कार्यक्रम में प्रशासन की सख्ती के चलते नौकरी से हटाए पी.टी.आई. अध्यापक शिक्षा मंत्री को काले झंडे नही दिखा पाए। कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर के आने से पहले ही पुलिस ने सभी महिला पी.टी.आई. अध्यापकों को हिरासत में लेकर हिसार भेज दिया।
पुलिस ने कर दी पिटाई
इस दौरान पी.टी.आई. अध्यापकों व महिला पुलिस कर्मियों के साथ जमकर हाथापाई भी हुई। पी.टी.आई. के बचाव में आए 1 युवक की पुलिस ने जनसभा में ही परेड कर दी। मामला बिगड़ता देख पुलिस ने सभी पी.टी.आई. अध्यापकों को हिरासत में लेकर बस में हिसार भेज दिया।
काले मास्क पर भी रोक
बता दे, गांव कोहली के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय को सरकार द्वारा माडल संस्कृति स्कूल का दर्जा दिया गया है। दर्जा देने के उपरांत रविवार को आयोजित स्कूल में पौधारोपण व शिलान्यास कार्यक्रम में नाराज पी.टी.आई. अध्यापक शिक्षा मंत्री को काले झंडे दिखाने पहुंच गए। प्रशासन को इसकी भनक लगते ही पी.टी.आई. शिक्षकों का नाम पता नोट करना चाहा तो अध्यापकों ने मना कर दिया। इसके बाद सभी लोगों को मंच से काले रंग के मास्क न पहनने की बात कही गई।
बस से लहराया काला कपड़ा
शक के आधार पर महिला पुलिस कर्मियों ने पी.टी.आई. की तलाशी लेनी चाही तो कुछ अध्यापकों ने हंगामा कर दिया। हंगामा होते ही पुलिस ने सभी को पकड़कर बस में बैठाना शुरू कर दिया। जबरदस्ती होते देख पी.टी.आई. व पुलिस कर्मियों के बीच हाथापाई शुरू हो गई। इसके बाद महिला पुलिस ने सभी पी.टी.आई. को बस में बैठा दिया। बस में पी.टी.आई. ने छुपाए गए काले रंग के कपड़ों को बाहर निकाल लहराते हुए सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
पुलिस पर गुंडागर्दी का आरोप
रोष जता रही पी.टी.आई. अध्यापकों ने इसे पुलिस की गुंडागर्दी बताते हुए कहा कि इस तरह की हरकत करके उनकी आवाज को दबाया नही जा सकता। उन्होंने कहा इतिहास गवाह है कि हक मांगने पर लाठी बरसाने वाले निर्देयी लोगों को समय ने सदा सबक सिखाया है।