हिसार

हत्या के विरोध में परिजनों के साथ सिविल हस्पताल में धरने पर बैठे जय भीम आर्मी व अन्य संगठन

हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही शव का पोस्टमार्टम करवाने पर अड़े परिजन

मृतक ने तीन दिन पहले ही एसपी से मिलकर की थी सुरक्षा दिए जाने की मांग

हिसार,
बरवाला थाना के गांव ढाणी गारण निवासी जिले सिंह की हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद ही मृतक जिले सिंह का पोस्टमार्टम करवाए जाने की मांग पर आज मृतक के परिजन, जय भीम आर्मी व अन्य संगठनों के पदाधिकारी सामान्य अस्पताल में धरने पर बैठ गए। धरने पर बैठे संगठनों ने मृतक के परिजनों को 25 लाख रुपये की सहायता राशि, परिवार को एक सरकारी नौकरी व ऑर्म लाइसेंस की स्वीकृति दिए जाने की भी मांग की। उनका कहना था कि जिस प्रकार से जिले सिंह की हत्या की गई है उससे यह स्पष्ट है कि अपराधियों में कानून का कोई खौफ नहीं है।
जय भीम आर्मी के संजय चौहान ने बताया कि मृतक जिले सिंह ने तीन दिन पहले ही एसपी से मिलकर उन पर हमला किए जाने की आशंका जताई थी लेकिन पुलिस प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। यदि समय रहते जिले सिंह को पुलिस सुरक्षा मुहैया करवा दी जाती तो शायद आज वे जीवित होते। मृतक जिले सिंह के पुत्र श्याम सुंदर ने कहा कि उन्होंने सभी हत्या आरोपियों की सूचना पुलिस को दे दी है, पुलिस सभी हत्यारों को तुंरत गिरफ्तार करे। घटना की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि गांव ढाणी गारण में उनके पिता किरयाणा की दुकान चलाते थे, 4 नवंबर को सायं लगभग 7 बजे वे दुकान पर बैठे थे तभी एक मोटरसाइकिल पर तीन लोग वहां पहुंचे। श्याम सुंदर ने आरोप लगाया कि इन तीनों में हिसार की शिव कालोनी में रहने वाले बास निवासी जयबीर, मनजीत व सोनू ने आते ही उसके पिता पर गोलियां चलानी शुरू कर दी। एक गोली उसके पिता की नाक पर लगी तथा अन्य गोली उनके पेट मे लगी। वह खुद अपने घर पर था, गोलियों की आवाज सुनकर वे मौके पर पहुंचे लेकिन उपरोक्त आरोपी मोटर साइकिल व हथियारों सहित मौके से भाग गए। इसके बाद तुरंत वे अपने पिता को बरवाला के एक निजी अस्पताल में लेकर गए जहां पर उनकी मृत्यु हो गई।
श्याम सुंदर ने आरोप लगाया कि रामबीर, रघुबीर, जयबीर, मंजीत व सोनू ने योजनाबद्ध तरीके से उसके पिता की हत्या की है। पुलिस तुरंत उनकी गिरफ्तारी करे। श्याम सुंदर ने बताया कि हत्यारों ने पुराने झगड़े को लेकर रंजिशवश उसके पिता की हत्या की है।
संजय चौहान ने कहा कि सरेआम किए गए इस हत्याकांड ने कानून व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है। हत्यारों ने एक परिवार को उजाड़ दिया लेकिन उनके नाम दिए जाने के बावजूद पुलिस अब तक आरोपियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है। संजय चौहान ने कहा कि मृतक जिले सिंह के परिजनों की आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने तक शव का पोस्टमार्टम नहीं करने देने की मांग जायज है और जय भीम आर्मी पीडि़त परिवार के साथ हैं। इसके साथ ही वे पीडि़त परिवार को 25 लाख रुपये, एक सरकारी नौकरी व ऑर्म लाइसेंस दिए जाने की मांग करते हैं।
इस मौके पर पूर्व विधायक रामनिवास घोड़ेला, वरिष्ठ अधिवक्ता लाल बहादुर खोवाल, प्रजापति हनुमान वर्मा, मृतक के पुत्र श्याम सुंदर, बसपा नेता पवन बलराज सातरोड़, महाबीर वर्मा, ओम, वीरेंद्र, प्रवीन कुमार व हरिकेश आदि मौजूद थे।

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