हिसार

राशन लेकर न्योली कलां से दिल्ली के रवाना हुआ युवाओं का जत्था

हिसार,
जिले के गांव न्योली कलां से किसान आंदोलन में मदद देने के लिए युवा राशन सहित रवाना हुए। गांव के लोगो ने कहा कि जब तक आंदोलन चलेगा तब तक राशन की कमी नही आने देंगे। गांववासियों ने कहा कि किसान ही नहीं बल्कि देश की तमाम जनता सरकार द्वारा लाए गये जनता विरोधी कानूनों का लोकतांत्रिक ढंग से विरोध कर रहे हैं जिसमें नए तीन कृषि कानून, बिजली बिल 2020, श्रम कानून में संशोधन और सरकारी मुनाफा कमाने वाली संस्थाओं का निजीकरण जो कि देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करके रख देंगे दोबारा से देश गुलामी की तरफ बढ़ेगा। उन्होंने कहा नया कृषि कानून किसानों के लिए मंडी और एमएसपी के मायने खत्म कर देगा। इसके साथ ही पूंजीपतियों को भंडारण की छूट मिल जाएगी जिससे जब किसान अपनी फसल बेचेगा तो कम भाव मिलेंगे और जब वही चीज खरीदनी पड़ेगी तो कमी दिखाकर कई गुना बढ़े हुए दामों पर वापिस देगा। बिजली बिल 2020 जो कि पूरी तरह से निजीकरण का कानून है। बिजली बिलों की कीमतें कई गुना बढ़ा देता है जो किसान मजदूर की पहुंच से दूर हो जाएगा। पहले जो कानून मजदूरों को यूनियन बनाने का अधिकार देते थे, 8 घंटे काम की गारंटी देते थे, कम से कम ध्याड़ी देने की गारंटी देते थे और जो कानून मजदूरों को उनकी सुरक्षा का आश्वासन दे देते उनको संशोधन के नाम पर खत्म कर दिया गया है ये कानून मजदूरों को गुलाम बनाकर रखने की साजिश है। नई शिक्षा नीति जो आम नागरिक है के बच्चों को शिक्षा से दूर रखने का हथियार है। इन कानूनों का विरोध करने के लिए मजदूर किसान, सरकार को चेतावनी देने के लिए दिल्ली पहुंचे है।
इस मौके पर कामरेड सुखबीर सिंह, राजेश गुड्डू, हरकेश पंच, राजेश मेंबर, सुनील शर्मा, रोकी गिल, रामफल मल्हान, दर्शन ठाकुर, धर्मवीर रेडडू, विक्रम, राजू मल्हान, बलदेव सिंह पूर्व पंच, जसबीर ढांडा सहित अनेक गांव वासी मौजूद थे।

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