हिसार,
स्वदेशी जन जागरण आंदोलन के राष्ट्रीय प्रचारक रविंदर पानू ने कहा है कि देश का किसान, मजदूर, कर्मचारी,व् यापारी तथा आम आदमी 30 दिनों से देश की राजधानी दिल्ली के बॉर्डर पर बैठा हुआ है परन्तु देश की सरकार सोई हुई है। इन काले कानूनों से केवल किसानों का ही नहीं बल्कि आम आदमी का भी बड़ा नुकसान होगा।
रविन्द्र पानू ने 25 दिसम्बर से तीन दिन के लिए टोल फ्री अभियान का समर्थन किया और कहा कि सरकार जब एमएसपी खत्म नहीं होने की बात कह रही है तो वह इस पर कानून लाकर इसे सुनिश्चित क्यों नहीं करती। केवल एमएसपी से काम नहीं चलने वाला, सरकार को फसल खरीद की गारंटी भी देनी चाहिए। एमएसपी तय कर दिया और उसे खरीदने वाला ही नहीं होगा तो उस एमएसपी का क्या फायदा होगा। यदि कृषि कानून किसान के हित मे बनाएं है तो आंदोलन के बाद सरकार अब संशोधन के लिए कैसे तैयार हो गई। सरकार काले कानूनों को रद्द करें व एमएसपी और फसल खरीद की गारंटी देने का कानून बनांए। इनके लागू होने से ही खेती व किसानी को बचाया जा सकता है।