कर्मचारियों की लंबित समस्याओं का समाधान करने की मांग बारे सौंपा ज्ञापन
हिसार,
रोडवेज महाप्रबंधक की नकारात्मक कार्यप्रणाली व कर्मचारियों के उत्पीडऩ के खिलाफ तथा कर्मचारियों की लंबित समस्याओं के समाधान की मांग पर रोडवेज के सैंकड़ों कर्मचारियों ने जोरदार रोष प्रदर्शन किया और नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन में हिसार कमीशनरी के पांच डिपुओं के कर्मचारियों ने भागीदारी की।
प्रदर्शनकारी कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कर्मचारी नेता दीपक बल्हारा, राजपाल नैन, सूरजमल पाबड़ा, अरूण शर्मा, राजबीर पेटवाड, नरेन्द्र खरड, राजकुमार चौहान व राजबीर बुडाना ने कहा कि डिपो महाप्रबंधक ने पद की गरिमा को तार-तार करते हुए कर्मचारियों की जायज समस्याओं का समाधान करने की बजाय कर्मचारियों का उत्पीडऩ करते हुए उनको भयभीत करने का प्रयास किया है, जो बहुत ही निंदनीय है। उन्होंने कहा कि डिपो महाप्रबंधक पद पर बैठे हुए अधिकारी की नैतिक जिम्मेदारी होती है कि वो अपने अधीन कार्यरत कर्मचारियों का निष्पक्ष होकर कार्य करे और उनकी जायज मांगों व समस्याओं का समाधान करे लेकिन हिसार डिपो महाप्रबंधक ने नकारात्मक कार्यप्रणाली अपनाते हुए भेदभावपूर्ण रवैया अपनाने का काम किया। उन्होंने कहा कि डिपो महाप्रबंधक द्वारा किए जा रहे ज्यादातर कार्यो में पक्षपात रवैये की झलक साफतौर से दिखाई पड़ती है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों में भय उत्पन्न करने के लिए डिपो महाप्रबंधक ने हाल ही में हिसार डिपो व हांसी सब डिपो के कर्मचारियों के जो तबादले किए है उसमें किसी भी कर्मचारी के विरुद्ध किसी भी तरह की कोई शिकायत नहीं है बल्कि महाप्रबंधक के सामने उनके इंचार्जो ने उनके कामों को लेकर भरपूर प्रशंसा की है। इसके बावजूद उनका तबादला करना महाप्रबंधक की मानसिकता को उजागर करता है।
कर्मचारी नेताओं ने कहा कि बिना किसी शिकायत के कर्मचारियों के इस प्रकार से तबादले करना महाप्रबंधक पद पर बैठे हुए अधिकारी को शोभा नहीं देता है। उन्होंने कहा कि महाप्रबंधक को कर्मचारियों का उत्पीडऩ करने की बजाय कर्मचारियों की जायज समस्याओं का समय पर समाधान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि कर्मचारियों की समस्याओं का समय पर समाधान होगा तो कर्मचारी भी बेहतर तरीके से कार्य कर पाएंगे, जिसका लाभ विभाग व डिपो को होगा।
कर्मचारी नेताओं ने कहा कि कर्मचारियों की जायज समस्याओं का समाधान करवाने के लिए तथा अन्याय के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि यदि महाप्रबंधक ने अपनी कार्यप्रणाली को दुरूस्त करते हुए कर्मचारियों का उत्पीडऩ बंद नहीं किया और कर्मचारियों की जायज समस्याओं का जल्द समाधान नहीं किया तो आंदोलन को बड़े स्तर पर शुरू किया जाएगा, जिसकी जिम्मेवारी प्रशासन व महाप्रबंधक की होगी। प्रदर्शनकारी कर्मचारियों को एमएल सहगल, राजबीर सिंधु, रूप सिंह बोस, राजू बिश्नोई, सुभाष बिश्रोई, जयबीर कुण्डू आदि कर्मचारी नेताओं ने भी संबोधित किया।