हिसार

आदमपुर : जिंदा मां—बाप को मृत दिखाना पड़ा भारी, युवक व सीएससी सेंटर संचालक पर मामला दर्ज

आदमपुर,
आदमपुर में एक व्यक्ति ने बीसी जाति का प्रमाण पत्र बनवाने के लिए अपने जिंदा बुजुर्ग मां-बाप को मृत दिखा दिया। ADC कार्यालय के CRID खंड अधिकारी आदमपुर ने जब गांव से इसकी रिपोर्ट ली तो दोनों जिंदा मिले। CRID अधिकारी दिनेश की शिकायत पर प्रदीप कुमार और CSC संचालक मांगेराम के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। आदमपुर में पहले भी एक ऐसा ही मामला आया था।

खुद को बेरोजगार दिखाया
जानकारी अनुसार आदमपुर के गांव मोहब्बतपुर के प्रदीप कुमार ने अपनी फैमिली आईडी में खुद को बेरोजगार व पांच हजार रुपए आमदनी दिखाई है। 25 जुलाई 2023 को प्रदीप कुमार ने अपना बीसी जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए सरल हरियाणा वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन किया था। इस आवेदन में प्रदीप ने अपनी माता गीता देवी व पिता केश राज को मृत बताया।

6 अगस्त 2014 को बताई मां की मौत
गीता देवी की हार्ट अटैक से मौत 6 अगस्त 2014 को बताई। 5 फरवरी 2015 को मृत सर्टिफिकेट जारी किया गया। इसी प्रकार से पिता केश राज की मौत स्किन फॉक्स से 17 जुलाई 2013 को दिखाई गई। पिता की मौत का सर्टिफिकेट 8 नवंबर 2013 को जारी किया गया।

जांच रिपोर्ट में मिले जीवित
ADC कार्यालय ने जब इसकी सत्यापन के लिए गांव के सरपंच, पटवारी व चौकीदार से रिपोर्ट मांगी तो पता चला के रिटायर्ड टीचर केश राज व गीता देवी दोनों जीवित है। दोनों आदमपुर मंडी में केनरा बैंक के नजदीक रहते हैं। बीसी जाति का सर्टिफिकेट में ये जानकारी गलत दिखाई गई है और दोनों के डेथ सर्टिफिकेट भी अपलोड नहीं किए गए।

CSC संचालक पर कार्रवाई की जाए
CRID अधिकारी ने कहा कि CSC संचालक मांगेराम के खिलाफ गलत और जाली प्रमाण पत्र बनवाकर फ्रॉड करने व विभाग को गुमराह करने के लिए मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की जाए।

मैनें टीजीटी अंग्रेजी की भर्ती के लिए किया था आवेदन—प्रदीप कुमार
प्रदीप कुमार ने बताया मैनें टीजीटी अंग्रेजी की भर्ती के लिए आवेदन किया था। जिसकी अंतिम तिथि 15 मार्च 2023 थी। मेरे द्वारा किसी भी भर्ती फार्म या प्रमाण पत्र में अपने माता-पिता का मृत नहीं दिखाया गया था। आवेदन की अंतिम तिथि निकलने तक उनका जाति प्रमाण पत्र जारी ही नहीं हुआ था। मेरे द्वारा किसी प्रकार का कोई तथ्य किसी भी फार्म के लिए छिपाया नहीं गया। ये परिवार पहचान पत्र नहीं परिवार परेशान पत्र है।

29 अगस्त को भी आया था मामला
आदमपुर में ही एक महिला विनोद बाला ने बीसी जाति का सर्टिफिकेट बनाने के लिए फतेहाबाद में अपने मां बाप को मृत दिखा दिया था। जांच में महिला की जाति जनरल मिली और दोनों मां बाप जिंदा मिले।


https://youtu.be/vaoKNN8hUrY

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