आदमपुर,
आदमपुर क्षेत्र का गांव सीसवाल में एक हफ्ते में लूटपाट की 2 घटनाओं ने साफ कर दिया है कि यहां पर बदमाशों का एक गिरोह सक्रिय हो चुका है। ये बदमाश एक बाइक पर पीछे से आते है और अपने शिकार पर पिस्तौल तानकर पैसे छीनकर फरार हो जाते है। 7 सितम्बर को आदमपुर के भादू कॉलोनी निवासी एक खिलौना विक्रेता के साथ 20 हजार रुपए की लूट पिस्तौल की नोंक पर की गई थी। उस घटना को आदमपुर पुलिस सुलझा भी नहीं पाई थी कि 13 सितम्बर को रात करीब 66 हजार रुपए पिस्तौल की नोंक पर लूट लिए गए।
लूट की दोनों वारदात एक ही तरीके से हुई। दोनों घटना में बदमाश से पीछे से बाइक पर आए और बाइक को रुकवाकर पिस्तौल की नोंक पर लूट करके गांव सीसवाल की तरफ भाग गए। लूटरों की हरकत से साफ है कि ये सीसवाल गांव या ढ़ाणी सीसवाल के आसपास के क्षेत्र में सक्रिय लड़के है। इस पूरी गैंग के पास पिस्तौल और एक बाइक है जिसके बल पर ये लूटपाट की घटना को अंजाम दे रहे हैं।
13 सितम्बर को सत्या माइक्रोकैपिटल लिमिटेड हिसार के ईडीओ सागर अपने साथी प्रमोद कुमार के साथ सीसवाल गांव में सुबह 9 बजे पहुंचे थे। सागर ने बताया कि इस गांव में उनके 9 सैंटरों की बैठक थी। इस दौरान उसने कुल 86437 रुपये कलेक्शन कैशलेश और केश में किया था। इसमें से मेरे बैग 62437 रुपये और मेरे पर्स में 4000 रुपए नगद थे। इसके अलावा उसके पास कम्पनी का टैब, आईडी कार्ड, कम्पनी की मन्तरा डिवाइस थी।
सागर ने बताया कि कलेक्शन करके गांव से लगभग साढ़े सात के आसपास गांव से बाहर निकले थे। कुछ दूरी चलने पर ही पीछे से तेज रफ्तार से एक प्लटिना बाईक पर चार युवक आएं और हमारी बाईक को अवरटैक करके रोक दिया। बाइक को रोकते ही उन्होंने लात मार कर हमारी बाईक गिरा दी। इसके बाद मेरी कनपटी पर पिस्तौल लगा दी और पैसों का बैग छीन लिया। जानें से पहले हमे जान से मारने की धमकी दी और गांव की तरफ भाग गए।
कुछ ऐसा ही 7 सितम्बर के दिन आदमपुर के भादू कॉलोनी निवासी विनोद कुमार के साथ हुआ था। विनोद कुमार ने टोकस पातन में जन्माष्टमी के अवसर पर मंदिर के बाहर खिलौने की दुकान लगाई थी। रात को दुकान बदं करके वह वापिस आदमपुर आ रहा था। रात को करीब साढ़े नौ बजे जैसे ही वह गांवा सीसवाल के शिव चौक पर पहुंचा तो पीछे से बाइक पर 3 युवक पहुंचे और उसे ओवरटेक करके रुकवा लिया। इसके बाद विनोद कुमार पर पिस्तौल तान दी और उसकी जेब से 20 हजार रुपए व मोबाइल निकालकर गांव की तरफ बाइक लेकर फरार हो गए थे।
दोनों घटनाएं करीब—करीब एक जैसी है। गिरोह की हरकत को देखकर अनुमान लगाया जा रहा है कि यह गिरोह अभी नया ताजा ही बना है। पहली घटना में 3 युवक थे और दूसरी घटना में 4 युवक शामिल थे। ऐसे में लग रहा है कि ये अपनी संख्या को बढ़ाने में लगे हुए है। लेकिन अब यह गिरोह पुलिस की रडार आ चुका है। आदमपुर थाना प्रभारी कर्णसिंह सीआईए से यहां पर आए है ऐसे में उम्मीद है कि वे जल्द ही इन बदमाशों को दबोचने में कामयाब हो जायेंगे। फिलहाल आमजन में हफ्ते में 2 लूट की घटना होने से भय का महौल है।