आदमपुर,
हरियाणा सरकार विकास को लेकर जो ग्रांट जारी करती है उसे ठेकेदार किस तरह से हड़प लेते हैं इसका सहज अंदाजा मार्केट कमेटी द्वारा बनाएं जा रहे गांवों को शहर से जोड़ने वाले रोड को देखकर लगाया जा सकता है। यह रोड जाखोद खेड़ा रेलेवे स्टेशन से मात्रश्याम बस अड्डे तक का बनाया जा रहा है। इस रोड के बनने से आधा दर्जन गांवों के हजारों किसानों को बड़ा लाभ होने वाला है। लेकिन ठेकेदार ने टेंडर होते ही इस रोड को बनाने के लिए महज खानापूर्ति करने का काम शुरु किया है। हालत ये है कि यह रोड बनते—बनते ही धूल में उड़ता हुआ नजर आने लगा है।
जाखोद खेड़ा के जागरुक नागरिक प्रवीण सावंत ने बताया कि आदमपुर विधायक से बार—बार मांग करने के बाद यह रोड बनना आरंभ हुआ। लेकिन इस रोड को बनाने के लिए इतना घटिया माल लगाया जा रहा है कि पैदल चलने पर ही उखड़ना आरंभ हो गया। मार्केट कमेटी के कर्मचारियों और ठेकेदारों ने इस रोड को बनाने के लिए ना तो रोलिंग की है और ना ही सिलकॉट डाली है। सीधे रेत पर तारकोल बिछाकर उस पर बजरी डालकर सड़क बनाने का काम आरंभ कर दिया।
प्रवीण सावंत की तरह ही राजेश साईं, राकेश सावंत और कृष्ण सुथार ने बताया कि सड़क को बनाने के लिए इसका स्तर ठीक करके वापसी डालनी चाहिए थी। इसके बाद रोलर चलाकर इसे सेट करना था। इसके बाद इस पर बजरी और तारकोल का माल डाला जाना था। लेकिन मार्केट कमेटी के कुछ कर्मचारियों व ठेकेदार ने सरकार के नियमों को ठेंगा दिखाते हुए सीधा रेत पर ही तारकोल डालकर बजरी बिछानी आरंभ कर दी। सड़क की हालत ये है कि अब इस पर यदि पैदल भी चला जाता है तो बजरी उखड़ने लगती है।
इस बारे में मार्केट कमेटी के एसडीओ सतनारायण कुंदन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामला संज्ञान में आते ही विभाग ने ठेकेदार को नोटिस जारी कर दिया है। ठेकेदार को तक विभाग की तरफ से पेमेंट नहीं की जाएगी जब तक वह नियमों के तहत अच्छी गुणवत्ता वाली सड़क बनाकर नहीं देता। सड़क निर्माण के लिए अच्छी गुणवत्ता की सामग्री टेंडर में निर्देशित की गई है। उसी मापदंड के अनुसार ठेकेदार को सामग्री का इस्तेमाल करना होगा। उन्होंने कहा कि जब तक ग्रामीण सड़क सामग्री को लेकर संतुष्ठ नहीं होते ठेकेदार को किसी प्रकार की कोई पेमेंट नहीं की जाएगी।