चौधरीवास टोल पर महिलाओं ने की भागीदारी, सरकार को कोसा
हिसार,
किसान संगठनों के आह्वान पर जिले के चारों टोल लगातार फ्री चल रहे हैं और इन टोलों पर किसान संगठनों का धरना भी जारी है। टोल प्लाजा चौधरीवास पर आज 63वें दिन भी धरना प्रदर्शन जारी रहा। धरने की संयुक्त अध्यक्षता किसान नेत्री सजनी देवी व अनु सूरा ने की।
धरने को संबोधित करते हुए किसान नेता सुभाष कौशिक, बलजीत नंबरदार खारिया, सोमबीर पिलानिया, बलवीर प्रजापत, मांगेराम जाखड़ व देवां गांव के पूर्व सरपंच वेदप्रकाश ने मोदी सरकार द्वारा अभी तक किसानों से बातचीत न करने की नीति की कड़े शब्दों में निंदा की और मोदी सरकार को चेतावनी दी कि सरकार किसी मुगालते में ना रहे कि किसान बिना कृषि काले कानून को वापस लिए बगैर घर चले जाएंगे। जब तक इन तीनों काले कानूनों को रद्दी की टोकरी में नहीं डाला जाएगा और एमएसपी पर खरीद गारंटी कानून नहीं बनाया जाएगा, तब तक देश का करोड़ों-करोड़ मेहनतकश किसान व मजदूर चैन से नहीं बैठेगा और न ही सरकार को चैन से बैठने देगा। वक्ताओं ने मोदी सरकार को यह भी चेतावनी दी कि पिछले 5-6 सालों में जन आंदोलनों को दमन से और जनता की एकता को धर्म के नाम पर व जाति के नाम पर तोड़कर आंदोलनों को कमजोर किया जाता रहा है लेकिन अब देश का किसान, मजदूर व युवा सरकार के इस षड्यंत्र और चालाकी को भली भांति समझ चुका है। अब सरकार की दाल गलने वाली नहीं है।
आज के धरने में धीरनवास गांव से भारी संख्या में महिलाएं शामिल हुई। इनमें मुख्य रूप से सजनी, भरथो, लाडो, सेवापति, रोशनी, विमला, शांति, भतेरी व संतोष शामिल हैं। इनके अतिरिक्त जगदीश राय, कपूर सिंह, रामस्वरूप, श्रवण, बलवीर बिश्नोई, अमरदीप, वीरसिंह, प्रदीप डोबी, हवा सिंह यादव, रविदत्त शर्मा, विष्णु, मनीषा, साधुराम, जरनैल सिंह झंडा व रोशनलाल इत्यादि भारी मात्रा में किसान मजदूर व युवा शामिल रहे।