हिसार

कोरोना के पुनः मंडराते खतरे पर गंभीरता की आवश्यकता : अग्रवाल

अनेक संस्थाओं ने की पुनः मंडरा रहे कोरोना से बचाव के लिए सख्ती की मांग

हिसार,
स्वैच्छिक सामाजिक संस्था सजग ने वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के झेल चुके भयंकर डंस की तरफ फिर से देश में बन रही स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि इसे पूरी गंभीरता से लेने की आवश्यकता है। सजग व सजग से जुड़ी संस्थाओं हरियाणा अग्रवाल विकास संगठन, पर्यावरण बचाओ अभियान समिति, युवा शक्ति दल ट्राई सिटी, संयम, सेवा फाउंडेशन, महाराजा अग्रसेन प्रचार समिति की ओर से सजग के अध्यक्ष सत्यपाल अग्रवाल ने एक बयान में कहा है कि 2020 में एक भयावह रूप लेकर आये कोरोना वायरस ने पूरे विश्व के साथ भारत को भी झकझोर कर रख दिया था पर देश की केंद्र व राज्य सरकारों, प्रशासन, कोरोना यौद्धाओं व नागरिकों ने अनेक मुश्किलों के बाद भी पूरी गंभीरता, सामयिक व तत्परता से सभी आवश्यक व साहसिक कदम उठाते हुए बड़े संकट को काफी हद तक टालने व विश्व में पहल करते हुए कोरोनावायरस का तोड़ वैक्सीन तक बनाने में कामयाबी हासिल की।
सत्यपाल अग्रवाल ने कहा कि धीरे-धीरे सरकार, प्रशासन और विशेषकर लंबी तंगहाली से परेशान नागरिकों द्वारा कोरोना के प्रति लापरवाही बरती जाने लगी, जिसका परिणाम यह हुआ कि देश पर पुनः कोरोना वायरस का खतरा मंडरा रहा है। देश में कोरोना मरीजों में आ रही आशातीत गिरावट के बाद पुनः हजारों की संख्या में मरीज़ आने शुरू हो गये हैं। देश के कुछ हिस्सों में लाकडाउन व नाइट कर्फ्यू लगाना पड़ गया है। संस्थाओं ने मांग की है कि तुंरत प्रभाव से सरकार, प्रशासन व जनता इस भयावह ख़तरे के प्रति अलर्ट होकर लाकडाउन की तरफ बढ़ रहे देश व प्रदेश को बचाने में सहयोग करें। इस समय कोरोना मरीजों की बढ़ रही संख्या में खुले हुए शिक्षण संस्थान एक बहुत बड़ा कारण है। इसलिए कुछ समय के लिए स्कूलों आदि शिक्षण संस्थानों एवं भारी भीड़ वाली जगहों को बंद करने व बड़े आयोजनों पर पाबंदी लगाने पर विचार सहित कोरोना वायरस को रोकने व बचाव पर बने सभी प्रकार के नियमों का सख्ती से पालन किया जाए ताकि लाकडाउन जैसी स्थिति से बचा जा सके।

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