हिसार

चालकों व परिचालकों को समय पर लाभ नहीं दे रहा डिपो प्रशासन : कमेटी

कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर डिपो महाप्रबंधक को सौंपा 10 सूत्रीय मांग पत्र

हिसार,
श्रम कानूनों के विरुद्ध हिसार डिपो के चालकों व परिचालकों से 12 से 14 घंटे तक ड्यूटी ली जा रही है और इसके बावजूद भी उनको उचित लाभ सही समय पर नहीं दिया जा रहा है।
यह बात डिपो तालमेल कमेटी के वरिष्ठ नेता राजपाल नैन, महेन्द्र माटा, राजकुमार चौहान, राजबीर पेटवाड, नरेन्द्र खरड़ व रणबीर सोरखी ने एक संयुक्त बयान में कही। उन्होंने कहा कि तय समय से अधिक ड्यूटी लेने के बावजूद कर्मचारियों को लाभ सही समय पर नहीं मिलना रोडवेज के हिसार डिपो प्रशासन की घोर लापरवाही है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की जायज समस्याओं का समाधान करना व सरकार द्वारा कर्मचारियों को दिए जाने वाले सभी वित्तीय लाभ सही समय पर प्रदान करना एक जिम्मेदार अधिकारी की ड्यूटी का एक हिस्सा है, लेकिन हिसार डिपो के महाप्रबंधक की कार्यप्रणाली इसके पूरी तरह से विपरीत है। उन्होंने कहा कि अगर मौजूदा डिपो महाप्रबंधक की नियुक्ति से अब तक के समय को रिकॉर्ड अनुसार चैक किया जाए या देखा जाए तो पता चलेगा कि उसमें चाहे सेवानिवृत होने वाले या सेवानिवृत हो चुके कर्मचारियों को मिलने वाले वित्तीय लाभ, कर्मचारियों को 8,16 व 24 वर्ष की सेवा उपरांत मिलने वाले एसीपी लाभ, मैडिकल बिलों की अदायगी व पदोन्नति आदि तमाम लाभ हैं जिसमें एक भी ऐसा कार्य नहीं है जो सरकार की हिदायत अनुसार सही समय पर किया गया हो। राजपाल नैन ने कहा कि महाप्रबंधक कर्मचारियों की जायज समस्याओं के समाधान करने की बजाय सरकार के नियमों की धज्जियां उड़ाने व कर्मचारियों का नाजायज उत्पीडऩ करने में ज्यादा विश्वास रखते हैं।
राजपाल नैन ने बताया कि कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर 10 सूत्रीय मांग पत्र डिपो प्रशासन को सौंपा गया है, जिसमें सेवानिवृत होने वाले कर्मचारी को सरकार की हिदायत अनुसार सेवानिवृति के अगले दिन ही पेंशन, ग्रेच्यूटी, लीव इन कैशमेंट का भुगतान करना। हिसार डिपो में ऐसे कर्मचारी काफी संख्या में हैं जिनकी सेवानिवृति उपरांत या मृत्यु उपरांत उचित समय पर उसके सभी देय लाभ नहीं दिए गए हैं, उनको सरकार की हिदायत अनुसार ब्याज सहित सभी देय वित्तीय लाभ दिए जाएं। सरकार के द्वारा निर्धारित मापदंड के अनुसार कर्मचारी से आठ घंटे की ड्यूटी तथा चालक व परिचाक से एक सप्ताह में कम से कम 1200 किलोमीटर या 48 घंटे की ड्यूटी निर्धारित की गई हे, लेकिन हिसार डिपो में चालक व परिचालकों से 12 से 14 घंटे तक की ड्यूटी के लिए मजबूर किया जा रहा है और इसके लिए उनको ओवर टाईम का भी भुगतान नहीं किया जा रहा है। इसलिए सरकार द्वारा तय निर्धारित मापदंड के अनुसार ही चालक व परिचालकों से ड्यूटी ली जाए, बसों के ओवरलोड होने के कारण तेल की खपत अधिक होने को लेकर चालकों से रिकवरी करना पूरी तरह से गलत है।

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