हिसार,
कोरोना महामारी के दौरान अगर जिले में कोई बच्चा अनाथ हो गया या उसे किसी प्रकार की मदद की आवश्यकता है तो इसकी सूचना बाल कल्याण समिति, पुलिस अथवा चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 पर देकर बच्चे की सहायता करें।
बाल कल्याण समिति हिसार के सदस्य एडवोकेट मनोज कोशिक चंद्रवंशी ने बताया कि कुछ लोग मानव तस्करी के अवैध धंधे में संलिप्त होते हैं जो बच्चों को संतान के इच्छुक माता-पिता को बेचने की कोशिश में रहते हैं। अगर कोई अनाथ बच्चा किसी को मिल जाता है तो कानूनी कार्रवाई के बिना उसको घर पर नहीं रखना चाहिए। यह अपराध की श्रेणी में आता है। ऐसी स्थिति में तत्काल पुलिस, चाइल्ड हेल्पलाइन, बाल कल्याण समिति अथवा जिला बाल संरक्षण अधिकारी को सूचित करना चाहिए।
एडवोकेट चंद्रवंशी ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते सोशल मीडिया पर मासूम बच्चों की फोटो शेयर कर आम जन की भावनाओं से खिलवाड़ किया जा रहा है,जो सर्वथा गलत एवं गैर कानूनी है। वास्तव में इन सब के पीछे कोई सच्चाई नहीं होती, इसलिए आम जनमानस को इन सब से सावधान रहना चाहिए और किसी प्रकार के झांसे में आने से बचना चाहिए। चंद्रवंशी ने बताया कि यदि कोई बच्चा संकट में है या शारीरिक व मानसिक रूप से पीडि़त है तो इसकी जानकारी बाल कल्याण समिति, पुलिस अथवा चाइल्ड हेल्पलाइन को देकर उसकी सहायता की जा सकती है।
मनोज कौशिक ने कहा कि कोरोना काल में यदि कोई ऐसा बच्चा हो जो महामारी के चलते अपने माता-पिता को खो चुका है अथवा उसके अभिभावक अस्पताल में भर्ती हैं और देखरेख के लिए कोई नहीं है तो ऐसे में बाल कल्याण समिति उस बच्चे का समुचित प्रबंध कर सकती है। कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा इस समय फैलाए गए भ्रम में न फंस कर बाल कल्याण समिति को इस बारे में अवश्य ही सूचित करना चाहिए। सरकार द्वारा जिले में कई ऐसी संस्थाएं एवं योजनाएं बनाई हुई है जो बालकों के हित एवं अधिकारों के संरक्षण के लिए कार्य करती हैं। इसलिए इस संकट की घड़ी में बालकों की परवरिश पोषण और संरक्षण में किसी प्रकार से बाधित न हो, इसका ध्यान रखते हुए बाल कल्याण समिति हिसार 24 घंटे इस कार्य में लगी हुई है।