हिसार

हजारों किसान पहुंचे आयुक्त कार्यालय घेरने, मान गया प्रशासन

टिकैत व चढूनी सहित किसानों ने सरकार को ललकारा

सुरक्षा के तौर पर आरएएफ व कई जिलों की पुलिस रही तैनात

हिसार,
हिसार में कोविड अस्पताल के उद्घाटन के दिन 16 मई को किसानों पर दर्ज किए गए केस रद करवाने की मांग पर सोमवार को किसानों का भारी हुजूम उमड़ा। किसानों ने पिछले दिनों आईजी से बातचीत सिरे न चढऩे के बाद आज के लिए मंडल आयुक्त के घेराव का ऐलान किया हुआ था, जिसके लिए हिसार मंडल के पांचों जिलों के अलावा अन्य क्षेत्रों से भी हजारों किसान पहुंचे।
क्रांतिमान पार्क में एकत्रित हुए किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। किसानों द्वारा हिसार मंडल आयुक्त के घेराव की पहले से की गई घोषणा में बदलाव करते हुए किसानों ने मात्र प्रदर्शन ही किया। इस अवसर पर प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के पूर्ण प्रबंध किए हुए थे। लघु सचिवालय को पूरी तरह से पुलिस छावनी में तबदील कर दिया गया। इसके पहले कि किसान कोई फैसला लेते प्रशासन द्वारा बातचीत के लिए किसान नेताओं को बुलाया गया जिसमें 26 सदस्यों की कमेटी के अलावा कुछ स्थानीय किसान नेता भी शामिल हुए। इससे पूर्व अलग-अलग जिलों से आये किसान जिले के चारों ओर बने टोल प्लाजा पर एकत्रित हुए व वहां से एकजुटता का परिचय देते हुए हिसार क्रांतिमान पार्क पंहुचे।
इस मौके पर किसानों को संबोधित करते हुए किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि अब आ गए हैं तो केस निपटा कर ही चलेंगे। इनका आगे तक का दिमाग ठीक करेंगे। उन्होंने कहा कि कारोना काल में पुलिस और किसानों की भीड़ एकत्रित होने के लिए प्रदेश सरकार ही जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि आज बड़े और कड़े फैसले लिए जाएंगे किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि टिकरी सिंधु के बाद हिसार में भी एक मोर्चा चलाएंगे। जब तक मुकदमे खारिज नहीं किए जाएंगे तब तक किसान हिसार से वापस नहीं जाएगा। केंद्र कृषि कानून वापस लेने को तैयार नहीं और हरियाणा सरकार मुकदमे वापस लेने को तैयार नहीं, इसलिए एक मोर्चा हिसार में भी चलाया जाएगा।
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए दादरी से निर्दलीय विधायक सोमवीर सांगवान ने कहा कि किसानों पर मुकदमे दर्ज करना हरियाणा सरकार की घिनौनी हरकत है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने पंचायत में समझौता होने के बाद भी किसानों पर मुकदमे दर्ज किए इसलिए हर हाल में उनको वापस करना ही होगा। उन्होंने कहा कि गोली, डंडे और बंदूक से आंदोलन खत्म नहीं हो सकता। सरकार को हर हालत में किसानों की बात माननी होगी। सरकार के पास हर बात का समाधान है लेकिन सब कुछ चौपट कर दिया।
किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि भाजपा भाजपा सरकार आज फिर से हिसार में कंडेला कार्ड बनाने की पूरी योजना बना चुकी है लेकिन किसानों से उनकी अपील है कि सभी शांतिपूर्वक प्रदर्शन करके इनके हर जुल्म सहकर सरकार की मंशा पर पानी फेरने का काम करें। उन्होंने कहा आंदोलन को 6 महीने हो गए, परंतु जब तक सरकार तीनों काले धन को वापस नहीं लेती आंदोलन जारी रहेगा। प्रदर्शन में पहुंचे एक किसान हिसार के उगालन निवासी रामचंद्र खरब की हृदय गति रुक जाने के कारण मौत हो गई। इस दौरान बड़े किसान नेताओं के अलावा विभिन्न जिलों से आए किसान नेता व हिसार जिला के अनेक किसान नेताओं सहित हजारों किसान उपस्थित थे।
किसानों के दबाव को देखते हुए प्रशासन ने 26 सदस्यीय कमेटी से बातचीत की। बातचीत में लीगल ओपिनियन लेकर एक माह में मुकदमे रद करने पर सहमति बनी। इसके साथ ही आज मारे गए किसान के एक परिजन को सरकारी नौकरी देने पर भी सहमति बनी।

Related posts

सुखवीर डूडी व मुनीष ऐलावादी के नेतृत्व में सैंकड़ों कार्यकर्ता गए रैली में

शिव कॉलोनी में पेयजल की दूषित सप्लाई से लोग त्रस्त, विभाग कुंभकर्णी नींद में मस्त

आदमपुर : ऐ लो जी! ठेकेदार और अधिकारियों के आगे मंत्री जी की भी एक नहीं चली

Jeewan Aadhar Editor Desk