हिसार,
बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर आज हांसी के लघु सचिवालय कॉम्पलेक्स में तथागत गौतम बुद्ध को भावभीनी पुष्पांजलि अर्पित की गई। गौतम बुद्ध की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए अधिवक्ता रजत कलसन ने कहा कि बौद्ध धर्म के मूल प्रवर्तक भगवान गौतम बुद्ध थे। गौतम बुद्ध का जन्म वैशाख मास की पूर्णिमा के दिन हुआ था, इसी दिन गौतम बुध को ज्ञान प्राप्त हुआ था तथा इसी दिन गौतम बुद्ध का महापरिनिर्वाण दिन हुआ था। भगवान बुद्ध ने लोगों को मध्यम मार्ग का उपदेश दिया, उन्होंने दुख, उसके कारण और निवारण के लिए अष्टांगिक मार्ग सुझाया, उन्होंने अहिंसा पर बहुत जोर दिया है और यज्ञ व पशु-बलि की निंदा की।
इस अवसर पर बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान रोहित कलसन ने भगवान बुद्ध की शिक्षाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भगवान बुद्ध ने पंचशील का सिद्धांत दिया जिसमें उन्होंने विश्व को हिंसा, चोरी, व्यभिचार या लैंगिक दुराचार, असत्य व मादक पदार्थों के सेवन से विरत रहने की शिक्षाएं दी। भगवान बुद्ध ने दुनिया को बताया कि दुनिया में दुख है और इस दुख का कारण तृष्णाएं हैं, अगर इंसान तृष्णा को खत्म कर दें तो उसके दुखों का अंत हो सकता है।
इस अवसर पर अधिवक्ता दीपक सैनी, अधिवक्ता मलकीत सिंह, अधिवक्ता प्रवेश महिपाल, अधिवक्ता दयानंद शर्मा, अधिवक्ता मनजीत आर्य, अधिवक्ता रविंद्र मलहा, अधिवक्ता सुरेंद्र यादव, जोगीराम भाटला, उमेद सिंह, विक्की, जोगिंदर सिंह सिंघवा खास, दुष्यंत सिंह, फूलकुमार, रामफल सिंह, दलवीर सिंह सिंघवा खास, अजय भाटला, बलवान सिंह, राजकुमार, अमिताभ दहिया, हिम्मत सिंह, कुलदीप कुमार सहित अनेक लोगों ने भगवान बुद्ध की प्रतिमा के समक्ष पुष्प अर्पित किए।