चंडीगढ़ प्रदर्शन के लिये हिसार जिले से हजारों किसान रवाना
हिसार,
तीन कृषि कानूनों को वापिस लेने, समर्थन मूल्य पर खरीद गारंटी कानून बनाने, गेहूं का पूरा उठान व भुगतान, खरीफ 2020 जलभराव, ओलावृष्टि, अंधड़ से बर्बाद हुई फसलों की गिरदावरी अनुसार बीमा कंपनी से पूरा मुआवजा दिलवाने, बीमा कंपनी पर धोखाधड़ी का केस दर्ज करने, नहरों में पानी छोडऩे, जल घरों और जोहड़ों में पीने का पूरा पानी दिए जाने की मांग पर लघु सचिवालय के समक्ष चल रहा किसानों का धरना आज 60वें दिन भी जारी रहा। धरने की अध्यक्षता नरेन्द्र मलिक व सुनील पृथ्वीसिंह गोरखपुरिया ने संयुक्त रूप से की।
इसके अलावा जिला प्रधान शमशेर सिंह नंबरदार की अध्यक्षता में हजारों किसान व महिलाएं आज सुबह चारों टोलों व विभिन्न गांवों से चंडीगढ़ में राज्यपाल निवास पर होने वाले प्रदर्शन में भाग लेने के लिये रवाना हुए। ‘लोकतंत्र बचाओ-किसान बचाओ’ नारे के साथ राज्यपाल को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया जाएगा। ज्ञापन में तीन काले कानूनों को वापिस लेने, समर्थन मूल्य पर फसल खरीद की गारंटी का कानून व स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करवाने की मांग की गई है।
हिसार से चंडीगढ़ जाने वाले किसान नेताओं में सूबेसिंह बूरा, सतबीर धायल, रघुवीर सिंह, सुनील साई, अजीत राम, रामफल, रामकुमार, सुखपाल पुट्ठी, धर्मपाल सिंघवा, जगदीश नंबरदार, कप्तान सिंह मोहला, सत्यवान, का. सूरत सिंह, रामदिया पानू, युद्धवीर मलिक, जसवंत, हवासिंह पुट्ठी, जितेन्द्र बूरा, सतीश चेयरमैन, सतबीर बलौद, बलबीर नम्बरदार पाबड़ा, दयानंद ढुकिया, महेन्द्र नम्बरदार, जगदीश किनाला, भूपसिंह आदि शामिल रहे।