आदमपुर,
लम्बे समय से बरसात का इंतजार कर रहे आदमपुर वासियों को सोमवार शाम सवा पांच बजे राहत मिली। हालांकि आदमपुर शहर में शाम के समय नाममात्र ही बरसात हुई लेकिन मौसम को देखते हुए लग रहा है कि रात तक यहां जोरदार बारिश हो सकती है। वहीं सीसवाल में सवा चार बजे ही जोरदार बरसात आनी शुरु हो गई। गर्मी से परेशान लोगों को बारिश ने काफी सुकून दिया। इस बरसात की किसान सहित सभी वर्ग काफी दिनों से इंतजार कर रहे थे। गरीब किसानों के लिए यह बरसात किसी वरदान से कम नहीं है।
आदमपुर में पिछले सप्ताह तापमान 42 डिग्री के आसपास रहा। इसके चलते बिजली की डिमांड बढ़ी तो बिजली के कट लगने आरंभ हो गए। गर्मी और बिजली के कट से परेशान आमजन बरसात के लिए प्रार्थना करते नजर आए। वहीं किसानों की फसलों को इस समय बरसात की काफी आवश्यकता थी। बरसात न होने के सूरत में किसान ट्यूबवेल का महंगा पानी खरीदकर फसल को बचाने की जुगत में लगे हुए थे। लगातार बढ़ रही तेल की कीमतों ने फसलों के लागत मूल्यों में काफी वृद्धि कर दी। ऐसे में गरीब किसान आसमान की तरफ टकटकी लगाकर बरसात की इंतजार कर रहा था।
सोमवार सुबह से क्षेत्र में बादलवाही देखने को मिली। तापमान करीब 8 डिग्री घटकर 34 डिग्री के आसपास आ गया था। धूप ना होने के बाद भी उमस ने लोगों को परेशान कर रखा था। ऐसे में शाम के समय बरसी बूंदों ने लोगों के चेहरों पर खुशियां बिखेर दी। बता दें, इस बार प्री मानसून ने किसानों को उदास ही रखा। वहीं जुलाई के 2 सप्ताह निकल जाने के बाद आज आई बरसात ने आमजन को राहत दी।
मानसून की देरी के चलते अब गरीब किसान दोहरी फसल का लाभ नहीं ले सकेंगे। यदि तय समय पर बारिश आती तो इन किसानों ज्वार-बाजरा के साथ आगामी रबी के लिए किसान को खेत तैयार करने का समय मिल जाता, लेकिन अब इसकी संभावना कम नजर आ रही है। ऐसे में किसान अब ज्यादातर खेत खाली रखकर सरसों और चना की फसल की बुवाई को प्राथमिकता देने को मजबूर हो गया है। यदि तय समय पर मानसून आने से किसान को दोनों फसलों का लाभ मिल सकता था।